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सिर्फ पेट्रोल-डीजल ही नहीं, गैस-दवाई से लेकर आपकी जरूरत की ये चीजें भी हो गई महंगी

डेस्क |

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में रोजाना उछाल और महंगाई की मार झेल रही जनता को नए वित्त वर्ष के पहले दिन एक साथ कई बड़े झटके लगे हैं। जहां एक ओर कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में इजाफा किया गया है तो बिजली भी महंगी हो गई है। नेचुरल गैस की कीमत वित्त वर्ष शुरू होने ये एक दिन पहले ही दोगुनी कर दी गई तो दूसरी ओर हाइवे पर सफर करने के लिए आज से आपको ज्यादा टोल टैक्स चुकाना होगा।

महीने के पहले दिन तेल कंपनियों ने कमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम में भारी बढ़ोतरी की है। एक अप्रैल से 19 किलो वाले कॉमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत 250 रुपये महंगी हो गई है। इस तेजी के बाद अब दिल्ली में यह 2553 रुपये में मिलेगा।

आज से आम आदमी को दवाइयों पर खर्च बढ़ने वाला है। रिपोर्ट के मुताबिक, 800 आवश्यक दवाओं की कीमतों में एक अप्रैल से 10.7 फीसदी की बढ़ोतरी करने पर राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारक प्राधिकरण (एनपीपीए) ने मुहर लगाई गई है। इनमें बुखार की बुनियादी दवा पैरासिटामॉल भी शामिल है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने देश के राजमार्गों पर टोल में वृद्धि कर दी है। बढ़ी हुईं दरें आज पहली अप्रैल से लागू हो जाएंगी। अधिसूचना के अनुसार, यह बढ़ोतरी 10 रुपये से लेकर 65 रुपये तक की है। प्रतिशत में यह बढ़ोतरी 10 से लेकर 18 फीसदी तक है। एनएचएआई के परियोजना निदेशक एनएन गिरि ने टोल दरों में बदलाव की पुष्टि की है।

एक अप्रैल को जेट फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों को भी दो फीसदी तक बढ़ा दिया गया है, इससे हवाई सफर करना और महंगा हो सकता है। बीती 16 मार्च को ही विमान ईंधन की कीमतों में रिकॉर्ड 18 फीसदी की वृद्धि की गई थी। एटीएफ की कीमत दिल्ली में 1,12,924.83 रुपये प्रति किलोलीटर हो गई है। बता दें कि ये इस साल की अब तक सातवीं बढ़ोतरी है।

सरकार ने गुरुवार को डोमेस्टिकली प्रड्यूस्ड नेचुरल गैस की कीमत दोगुनी से ज्यादा कर दी है। ग्लोबल एनर्जी प्राइस बढ़ने के कारण ये उछाल आया है। नेचुरल गैस का इस्तेमाल बिजली का उत्पादन करने, उर्वरक बनाने, सीएनजी में बदलने और पीएनजी पहुंचाने में होता है। गैस की कीमतों में बढ़ोतरी से दिल्ली-मुंबई में सीएनजी और पीएनजी की दरों में 10से 15 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।

नए वित्त वर्ष का पहला दिन उत्तराखंडवासियों पर बोझ बढ़ाने वाला साबित हुआ। राज्य में एक अप्रैल से बिजली महंगी हो गई है। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए विद्युत दरों का नया टैरिफ जारी कर दिया है। बीपीएल और 100 यूनिट तक वाले करीब 11 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 2019 के बाद अब बढ़ोतरी की गई है। बिजली की दरें 2.68 प्रतिशत बढ़ाई गई हैं।