संकट से जूझ रही कंपनी जेट एयरवेज के करीब 200 पायलटों ने वेतन नहीं मिलने के कारण एक अप्रैल से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। पायलटों की ओर से मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे को पत्र लिखा गया है जिसमें हड़ताल पर जाने और कानूनी कदम उठाने की चेतावनी दी गई है।
पत्र में कहा गया है कि एसबीआई के जरिए पायलटों की सैलरी के लिए 29 मार्च तक फंडिंग आने की बात कही गई थी। लेकिन दुर्भाग्य से फंड ट्रांसफर नहीं हुआ है। साथ ही मैनेजमेंट की ओर से सैलरी को लेकर भी कोई नई जानकारी नहीं दी गई है। इसी वजह से दिल्ली और मुंबई के पायलटों ने एक अप्रैल से हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
बता दें कि एसबीआई की अगुवाई में नकदी संकट से जूझ रही जेट एयरवेज के कर्मचारियों का भुगतान लंबित है, जिसके लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय से विचार-विमर्श कर एक योजना बनाई थी। ईंधन के दाम में इजाफा और भारी प्रतिस्पर्धा के कारण जेट एयरवेज पिछले छह महीनों से नकदी संकट से जूझ रही है। कंपनी ने पट्टेदारों, हवाई अड्डा संचालकों और तेल कंपनियों को भुगतान करने में भी देरी की है। इसके अलावा कंपनी के वर्क फोर्स के हिस्से को भुगतान करने और कंपनी के संचालन को बनाए रखने में भी मशक्कत करनी पड़ रही है।