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ज्योति मल्होत्रा को आज हिसार कोर्ट में पेश किया जाएगा, पुलिस के हाथ खाली

  • ज्योति मल्होत्रा को आज हिसार कोर्ट में पेश किया जाएगा, 16 मई को हुई थी गिरफ्तारी

  • 152 BNS और सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत केस, तीन मोबाइल व लैपटॉप जब्त

  • राष्ट्र सुरक्षा से जुड़ा मामला, फॉरेंसिक जांच और केंद्रीय एजेंसियों की पूछताछ जारी



हरियाणा में कथित संवेदनशील सूचनाओं की लीक के मामले में गिरफ्तार की गई ज्योति मल्होत्रा को आज हिसार कोर्ट में पेश किया जाएगा। 16 मई को गिरफ्तारी के बाद 18 मई को पुलिस रिमांड पर भेजी गई आरोपी की यह पहली कोर्ट प्रोडक्शन है।Police के मुताबिक, पुलिस को अब तक कोई ठोस या निर्णायक सबूत हाथ नहीं लगा है, लेकिन जांच की प्रक्रिया गहनता से जारी है। बता दें क‍ि ज्‍योति ड़ोसी मुल्‍क पाकिस्‍तान को संवेदनशील सूचनाएं लीक करने के आरोप में गिरफ्तारी किया गया है ।

  ज्योति पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 152 BNS और सरकारी गोपनीयता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि वे कुछ PIOs (Public Information Officers) के संपर्क में थीं और उन पर संवेदनशील व गोपनीय जानकारियां साझा करने के आरोप हैं।

हिसार पुलिस ने आरोपी से तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं, जिन्हें अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। इन उपकरणों से डेटा रिकवरी और एनालिसिस के आधार पर आगामी कार्रवाई तय की जाएगी। साथ ही, आरोपी के गृह क्षेत्र से गजधर नामक महिला को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है, हालांकि अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है।

केंद्रीय जांच एजेंसियों ने भी मामले में पूछताछ की है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स में यह आशंका जताई गई है कि डिजिटल, प्रिंट और सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ भ्रामक और संवेदनशील जानकारियां लीक की गई थीं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित कर सकती हैं।

अब तक की जांच से सामने आई महत्वपूर्ण बातें:

  • आरोपी अभी तक हिसार पुलिस की ही हिरासत में है; किसी अन्य एजेंसी को ट्रांसफर नहीं किया गया है।

  • राष्ट्रविरोधी संगठनों से कोई प्रत्यक्ष लिंक सामने नहीं आया है।

  • आरोपी के बैंक खातों की जांच की जा रही है, लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट लंबित है।

  • सोशल मीडिया पर वायरल हुई डायरी की तस्वीरें पुलिस के कब्जे में नहीं हैं, उनके स्त्रोत की पुष्टि नहीं हुई है।

  • किसी भी धार्मिक या वैचारिक रूपांतरण से संबंधित तथ्य अब तक उजागर नहीं हुए हैं।

यह मामला बेहद संवेदनशील और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। ऐसे में प्रशासन की ओर से सभी डिजिटल यूज़र्स और मीडिया संस्थानों से अपील की गई है कि वे केवल अधिकृत स्रोतों और प्रेस नोट्स पर आधारित सूचनाएं ही साझा करें। अटकलों या अपुष्ट रिपोर्टिंग से बचना राष्ट्रहित में आवश्यक है।