लखनऊ से दिल्ली के बीच शुरू होने वाली तेजस एक्सप्रेस को लेकर IRCTC का बड़ा फैसला सामने आया है। IRCTC ने रेल यात्रियों को आकर्षित करने के लिए बीमा के साथ-साथ ट्रेन देर होने पर मुआवजा देने का फैसला किया गया। अगर 1 घंटे की देरी होती है तो यात्री को 100 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं, 2 घंटे से ज्यादा की देरी होती है तो प्रत्येक यात्री को 250 रुपये दिए जाएंगे।
तेजस एक्सप्रेस निजी कंपनियों द्वारा संचालित पहली ट्रेन है। रेलवे बोर्ड ऐसे दूसरे मार्ग पर भी विचार कर रहा है और वह भी 500 किलोमीटर के क्षेत्र में होगा। तेजस ट्रेन की निगरानी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) को दी जाएगी, जो इसका भुगतान करेगी। तेजस में यात्रियों को प्रीमियम सेवाएं और सुविधाएं दी जाएंगी।
ट्रेन में विमान की तरह व्यक्तिगत एलसीडीएंटरटेनमेंट-कम-इंफोर्मेशन स्क्रीन, ऑन बोर्ड वाई-फाई सेवा, आरामदायक सीटें, मोबाइल चार्जिग, व्यक्तिगत रीडिंग लाइट्स, मोड्यूलर बायो-टॉयलेट और सेंसर टेप फिटिंग की सुविधाएं होंगी। लखनऊ-दिल्ली मार्ग पर फिलहाल स्वर्ण शताब्दी समेत 53 ट्रेनें संचालित हैं। लखनऊ-दिल्ली तेजस एक्सप्रेस के बाद जल्द ही अहमदाबाद से मुंबई के लिए चलने वाली तेजस एक्सप्रेस शुरू की जा सकती है। तेजस एक्सप्रेस में कुल 758 यात्री सफर कर सकेंगे। इस ट्रेन में एक एक्जिक्यूटिव क्लास एयर कंडीशंड चेयर कार होगी जिसमें 56 सीटें होंगी और 9 एयर कंडीशंड चेयर कार होंगी जिनमें प्रत्येक में 78 सीटें होंगी।