राजधानी दिल्ली और उससे सटे उत्तर प्रदेश और हरियाणा में आज (14 फरवरी) से छोटे बच्चों के सभी स्कूल खुल गए। इन राज्यों में कक्षा 9 से 12 तक के स्कूल पहले ही खोले जा चुके थे। शुरुआत में नर्सरी से कक्षा 8 तक के बच्चों पर सिलेबस का बोझ नहीं लादा जाएगा।
दिल्ली में सोमवार से 8वीं तक के स्कूल खुल गए। एक हफ्ते पहले 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुल चुके हैं और अभी 60 प्रतिशत तक सीनियर स्टूडेंट्स स्कूलों में आ रहे हैं। अब छोटी क्लास के लिए भी ऑफलाइन पढ़ाई शुरू हो गई है।
कोविड-19 के चलते करीब दो साल तक अधिकतर स्कूल बंद रहे हैं। ऐसे में बच्चों की मेंटल हेल्थ पर फोकस रहेगा। दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद समेत एनसीआर के स्कूलों में रीओपनिंग को देखते हुए कोविड संबंधी उपाय किए गए हैं।
दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को सलाह दी है कि स्कूल आते ही बच्चों पर सिलेबस का बोझ न लादा जाए। दिल्ली सरकार के शिक्षा सलाहकार शैलेंद्र शर्मा का कहना है कि छोटे बच्चे करीब दो साल के बाद स्कूलों में जाएंगे और स्कूलों की यह जिम्मेदारी है कि बच्चों की मानसिक और भावनात्मक सेहत पर सबसे पहले ध्यान दिया जाए। बच्चों पर सिलेबस पूरा करने को लेकर कोई प्रेशर न बनाया जाए।