मीडिया के एक धड़े में हर खबर को सांप्रदायिक रंग देने पर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है। उच्च न्यायालय ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह कि रिपोर्टिंग से देश का नाम ख़राब हो सकता है।
चीफ जस्टिस एन.वी. रमना की अध्यक्षता वाली पीठ ने यह टिप्पणी पिछले साल दिल्ली में तबलीगी जमात के सदस्यों कि गाथेरिंग को लेकर दायर याचिका की सुनवाई के दौरान दिया। मुख्य न्यायधीश ने कहा कि समस्या यह है कि मीडिया का एक धड़ा देश में हर घटना को सांप्रदायिक एंगल से दिखा रहा है।
अदालत ने सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे फेक न्यूज को लेकर चिंता जताई और वेब पोर्टल की जवाबदेही को लेकर भी टिप्पणी की। रमना की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि वेब पोर्टल पर किसी का नियंत्रण नहीं है। खबर को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश हो रही है, जो कि एक बड़ी समस्या है।