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आज है राष्ट्रीय बालिका दिवस और इसी दिन संविधान सभा ने अपनाया था राष्ट्रगान

डेस्क |

इतिहास में जनवरी महीना का अपना अलग महत्व है. इस महीने कई ऐतिहासिक घटनाएं घटित हुई हैं. इस महीने की 26 जनवरी को जहां देश में धूमधाम से मनाया जाएगा. वहीं, इतिहास के पन्नों में 24 जनवरी का खास महत्व है.

नोबेल पुरस्कार विजेता रविंद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखे गए ‘जन गण मन’ को भारत में राष्ट्रगान के रूप में 24 जनवरी 1950 को अपनाया गया था. इसे 1911 में मूल रूप से बांग्ला भाषा में लिखा गया था और इसने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान भारतीयों में देशभक्ति का जोश भरा. इसके हिंदी संस्करण को संविधान सभा ने भारत के राष्ट्रगान के रूप में अपनाया था. इसके अलावा, 24 जनवरी सागर सी गहरी और झील सी ठहरी आवाज के शांत होने का साक्षी बना.

दरअसल, 24 जनवरी 2011 को भारतीय शास्त्रीय संगीत के सबसे सशक्त एंव सुरीले हस्ताक्षर भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी ने अंतिम सांस ली. दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले गीत ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ को अपनी आवाज देकर हर देशवासी को एक सूत्र में पिरोने का सुरीला संदेश देने वाले पंडित जोशी की गायकी ने किराना घराने की गायन शैली को एक नया मुकाम बख्शा.

 

आपको बता दें कि 24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में भी मनाया जाता हैं. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक बनाना है. जिसकी शुरूआत भारत सरकार द्वारा साल 2008 में की गई थी.

24 जनवरी 1966 को इंदिरा गांधी ने महिला प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. इसलिए 24 जनवरी को भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है. भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने की शुरूआत साल 2008 में महिला कल्याण एंव बाल विकास मंत्रालय की ओर से की गई थी.

क्योंकि भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा था कि एक महिला देश की प्रधानमंत्री बन गई थी. जो महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक क्रांतिकारी बदलाव था. भारत में राष्ट्रीय बालिका दिवस 24 जनवरी व अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस 11 अक्तूबर को मनाया जाता है.