GST और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ देश भर के ट्रक ऑपरेटरों का 2 दिन का चक्का जाम रविवार आधी रात से शुरू हो गया है। ट्रक ऑपरेटरों ने धमकी दी है कि2 दिन की इस सांकेतिक हड़ताल के बावजूद उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो दिवाली के आसपास अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू हो सकती है। ट्रक ऑपरेटरों की मांग है कि जीएसटी में उन्हें राहत दी जाए और पुराने ट्रक बेचने पर लगने वाले 28 फीसदी टैक्स के प्रावधान को खत्म किया जाए।
दो दिवसीय हड़ताल की योजना को लेकर ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने शनिवार को ही हड़ताल का ऐलान कर दिया था। उन्होंने कहा था कि सोमवार सुबह से उनका प्रदर्शन 8 बजे शुरु होगा और 10 अक्टूबर शाम आठ बजे तक चलेगा। उन्होंने कहा कि GST के तहत विभिन्न नीतियों के कारण सड़क परिवहन क्षेत्र में बहुत भ्रम और विघटन पैदा हुआ है। डीजल और टोल पर किया जाने वाला खर्च ट्रक के परिचालन खर्च के 70 फीसदी से भी अधिक है। हड़ताल करने वाले लोगों की यह मांग है कि डीजल की कमतों में 20 रुपये प्रति लीटर तक की कटौती की जाए।
कारोबार पर पड़ेगा असर:
ट्रकों की इस हड़ताल से उद्योग जगत भी प्रभावित होगा, क्योंकि ट्रक यूनियन से कोई भी गाड़ी उद्योगों से कोई भी कच्चा और तैयार माल नहीं उठाएगी। त्योहारी सीजन होने के कारण उद्योगों के पास माल तैयार करने के ऑर्डर भी हैं, ऐसे में उन्हें कच्चे माल को लाने और तैयार माल भेजने में दिक्कत झेलनी होगी। कारोबारियों का कहना है कि इस हड़ताल से उद्योग जगत पर काफी मार पड़ेगी, क्योंकि त्योहारों का सीजन है और उद्योगों के पास आर्डर भी है। ऐसे में कच्चा माल लाने तथा तैयार माल भेजने में उद्योगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी।