बेलपत्र या बेल एक ऐसा फल है जिससे ज्यादातर लोग परिचित नहीं हैं। गर्मियों में अधिकतर लोग बाज़ार में उपलब्ध कई प्रकार के पेय पदार्थों का सेवन करते हैं। ठंड़क पाने के लिए लोग खुद जूस बनाने की जगह मार्केट से बना बनाया लेकर पीते हैं। ठंडी तासीर वाले इस फल के ढेरों फायदे हैं, जिस वजह से यह गांव में बहुत उपयोगी माना जाता है। आजकल गर्मी में लोग ठंडे-ठंडे शरबत अपनी डायट में शामिल करते हैं।
बेल का जूस बनाने की विधिः-
सबसे पहले बेल को तोड़कर उसका सारा गूदा निकाल लें। अब एक बड़े बर्तन में बेल का गूदा और पानी मिला कर करीब एक घंटे के लिए रख दें। बेल के गूदे को पानी में भिगोकर रखने से उसका सारा गूदा अच्छी तरह धुल जाता है। भीगने के बाद गूदे को अच्छी तरह मैशर की सहायता से अच्छी तरह मैश कर लें ताकि रेशे और बीज निकल जाएं। इसके बाद जूस छानने वाली छ्लनी बेल के जूस को छान लें। आप इसे मिक्सी या जूसर में भी बना सकते हैं। अब आप इसमें आइस क्यूब और छाने हुए ज्यूस में चीनी डालकर मिलाएं। बेल के शरबत को ठंडा-ठंडा सर्व करें।
बेल का रस पीने के फायदे:-
- ये ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव में सहायक होता है।
- नियमित रूप से बेल का रस पीने से गैस, कब्ज और अपच की समस्या में आराम दिलाता है और बेल के रस को शहद के साथ मिलाकर पीने से एसिडिटी में राहत मिलती है।
- बेलपत्र बवासीर परेशानी में भी राहत देने का काम करता है। जिसको भी ये परेशानी हो वो बेलपत्र का गूदा खाएं या फिर जूस जरूर पिएं। इससे दर्द धीरे-धीरे कम होगा और आराम मिलेगा।
- आयुर्वेद ने भी बेल के रस को दस्त और डायरिया में बहुत फायदेमंद माना है। आप चाहें तो इसे गुड़ या चीनी के साथ मिलाकर पी सकते हैं।
- अगर आपको मुंह के छाले हो गए हैं तो भी इसका सेवन आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
- गर्मियों में राहत पाने के लिए ये एक बेहतरीन पेय है। एक तरफ जहां ये लू से सुरक्षित रखने में मददगार होता है, वहीं शरीर को अंदर से ठंडक देने का काम भी करता है।
- जो भी लड़कियां या महिलाएं पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग से परेशान हो वो इसका सेवन जरूर करें। इसी के साथ जो भी महिलाएं बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराती हों वो भी इसे खाएं, इससे मिल्क प्रोडक्शन बेहतर होता है।
- बेल के रस में कुछ मात्रा में गुनगुना पानी और थोड़ी सी मात्रा में शहद डालकर नियमित सेवन करें तो इससे खून साफ हो जाता है।