मनुष्य के सही विकास और उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा बहुत जरूरी होती है। हर बच्चे का शिक्षा पर अधिकार होता है और कोई भी उसे इससे दूर नहीं रख सकता है। लेकिन जब नॉलेज की बात आती है तो आपको बच्चे को सिर्फ ग्रेड या नंबरों तक या क्लास में फर्स्ट आने तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए।
पैरेंट्स अपने बच्चों के लिए बेस्ट ही चाहते हैं और उम्मीद करते हैं कि उनका बच्चा जिंदगी में बहुत सफल हो। लेकिन इसके साथ ही पैरेंट्स को यह बात भी समझनी चाहिए कि बच्चे पर पढ़ाई को लेकर बहुत ज्यादा दबाव डालना ठीक नहीं है। इससे बच्चे पर नेगेटिव असर पड़ सकता है।
बच्चे को लाइफ में कुछ बनने के लिए उसमें आत्मविश्वास लाने में मदद करने और अपनी ऊंची उम्मीदों को पूरा करने के लिए बच्चे पर प्रेशर डालने में फर्क होता है। अगर आपको लगता है कि बच्चे से बेहतरीन की उम्मीद करने से आपका बच्चा मेहनती और कुशल बनेगा, तो आप गलत हैं। हद से ज्यादा प्रेशर डालने से कोई बच्चा सफल नहीं होता है बल्कि इससे उसे स्ट्रेस ही मिलता है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अक्सर पैरेंट्स के प्रेशर से बच्चों में स्ट्रेस और एंग्जायटी हो सकती है। एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने नवंबर 2016 में कहा था कि बच्चों पर पढ़ाई या एक्टिविटीज में अच्छा परफॉर्म करने के लिए दबाव बनाने से, उनकी मासिक और शारीरिक सेहत पर असर पड़ सकता है। इतना ही नहीं इससे बच्चे में दयालु और सहानुभूति की भावना भी कम होती चली जाती है। अगर पैरेंट्स बच्चे की जरूरत और चाहत की जगह नंबरों को महत्व देने लगें, तो इससे बच्चे तक गलत मैसेज पहुंचता है।
एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी में की गई स्टडी में 506 सिक्स्थ ग्रेडर्स को शामिल किया गया। इन बच्चों से उन तीन चीजों के बारे में पूछा गया जो इनके पैरेंट्स इनसे चाहते हैं। बच्चों को 6 आप्शन दिए गए जिनमें से ज्यादातर बच्चों ने पर्सनल सक्सेस जैसे कि अच्छे ग्रेड लाना और जिंदगी में आगे सफल होने की बात कही। अन्य तीन चीजों का संबंध दया और शालीनता से था।