जनाब/ मोहतरमा! आप माने या न माने…लेकिन यह सच है। इस डॉक्टर से रोग तो क्या रोग के भूत भी भाग खड़े होते हैं। इन डॉक्टर साहब की तारीफ़ देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है। डॉक्टर साहब भी ऐसे कि हाथ लगाए नहीं कि लिवर, पेट या आंत से संबंधित बीमारी छू-मंतर हो जाए। दुनिया इन्हें डॉक्टर योगेश चावला के नाम से जानती है। इनकी एक्सपर्टीज को देखते हुए ही भारत सरकार ने इन्हें 'पद्मश्री' के ख़िताब से नावाज़ा है। हर कोई खुशामद करता है कि डॉक्टर साहब एक बार देख लें। दुनिया भर से इतनी डिमांड की अपॉइंटमेंट का लोचा हमेशा बना रहता है। लेकिन, हिमाचल के लोगों के लिए एक अच्छी बात है। वह ये कि डॉक्टर योगेश चावला ने अब कांगड़ा फोर्टिस में भी एक दिन सेवा देने के लिए हामी भर दी है।
डॉक्टर योगेश चावला बुधवार (16 मई) को कांगड़ा फोर्टिस पहुंच रहे हैं। यहां पर सुबह के 10 बजे से वह रोगियों की देखरेख करेंगे। इस दौरान उनके साथ फोर्टिस कांगड़ा के स्पेशलिस्ट डॉक्टर विजय बोध भी सेवा देंगे। जो भी शख्स पेट या लिवर की बीमारी का इलाज कराकर हार गया है, उसके लिए यह एक बेहतरीन मौका है। कुछ वक़्त के मेडिकल चेक-अप के बाद रोग को जड़ से मिटाने का फॉर्मूला मिल जाएगा। वो भी बिना दिल्ली-चंडीगढ़ या मुबंई जाए बगैर।
डॉक्टर योगेश चावला पीजीआई चंडीगढ़ के डायरेक्टर भी रह चुके हैं। इनके जमाने में ही पीजीआई चंडीगढ़ में कई बेहतरीन सुधार हुए और कामकाज में ख्याति फैली। पीजीआई चंडीगढ़ में ही इन्होंने कई कीर्तिमान स्थापित किए, जिसके बाद भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया।
पिछली बार कांगड़ा पहुंचे डॉक्टर योगेश चावला से समाचार फर्स्ट ने खास बातचीत की थी। उसी दौरान उन्होंने हिमाचल से अपने विशेष लगाव का जिक्र किया था और कहा था कि वे महीने में एक या दो दिन फोर्टिस कांगड़ा के जरिए लोगों को अपनी सेवा जरूर देंगे।