<p>विवेक अविनाशी।।</p>
<p>इस बार हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने हिमाचल के लिए चुनाव घोषणा-पत्र नहीं विज़न डॉक्यूमेंट ज़ारी किया है । देखने और पढ़ने में तो यह दस्तावेज हिमाचल की हर ज़रूरत के हिसाब से बनाया गया है, लेकिन इसमें मौके पर चौका और एक शासन का उत्कृष्ठ पहलू भी सामने रखा गया है। हालांकि, इसका लाभ तभी है जब सरकार बने और ईमानदारी से इसे लागू किया जाए। क्योंकि, अभी तक विज़न डॉक्यूमेंट की बातें धरातल पर हवा-हवाई ही साबित होती रही हैं।</p>
<p>इस दृष्टि-पत्र में घोषित कार्यक्रम में से अधिकांश कार्यक्रम तो केंद्र सरकार की योजनाओं में पहले ही शामिल हैं। जैसे शहरों को वाई- फाई सुविधा उपलब्ध कराना । यदि ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम समयबद्ध चलता रहा तो लोकसभा चुनावों तक यह काम पूरा भी हो जाएगा।</p>
<p>प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने विज़न डॉक्यूमेंट को सिरे से खारिज़ किया है। उन्होंने कहा है यह मात्र 'जुमलेबाजी' के और कुछ भी नहीं हैं।</p>
<p>विज़न डॉक्यूमेंट की ख़ास बातों की दस्तीक करें तो माफिया राज और भ्रष्टाचार पर प्रहार और सुशासन की ओर बढ़ने के इरादे से प्रारम्भ होता है। यह सच है कि हिमाचल में माफिया राज की बढ़ोतरी हुई है। पंजाब की सीमा से लगते क्षेत्रों में तो खनन माफिया ने तबाही मचाई है। हिमाचल प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इन सम्भावनाओं के यथोचित दोहन के लिए कोई व्यापक स्तर पर कार्यक्रम बनाना अति आवश्यक है।</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>कर्ज़ में डूबा प्रदेश कैसे बनेगा स्विट्ज़रलैंड? </strong></span></p>
<p>स्विट्ज़रलैंड की तरह इसे हैल्थ टूरिज्म का हब बनाना एक सही क़दम है, लेकिन पर्यटन के विकास के लिए जो आधारभूत ढांचे की प्रदेश को ज़रूरत है उसके विकास करोड़ों रुपये की दरकार है। 45 हजार करोड़ रुपये कर्जे के बोझ तले दबा राज्य कहां से वित्तिय साधन जुटाएगा। दुर्गम क्षेत्रो के लिए हैली-एम्बुलेंस का प्रयोग सही है, लेकिन कैसे और किस अवधि में यह मुकम्मल हो पाएगा यह विचारणीय विषय है।</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>सातवें पे-कमिशन का जिक्र नहीं </strong></span></p>
<p>कर्मचारियों को लेकर सातवें पे-कमीशन की रिपोर्ट लागू करने का ज़िक्र नही है। जबकि, सरकारी नौकरियों में भाई-भतीजावाद समाप्त करने के लिए लिखित परीक्षाओं के आयोजन की बात की गई है। गुड़िया और होशियार सिंह प्रकरण वीरभद्र सरकार पर बदनुमा दाग़ हैं। इनका उल्लेख करके बीजेपी ने इन दोनों मुद्दों पर कांग्रेस को घेरे रखने के लिए विज़न डॉक्युमेंट में इसका उल्लेख किया है । देखना तो यह है इस दस्तावेज के बूते बीजेपी राज्य में कितनी सीटें बटोर पाएगी। </p>
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<p><em>(विवेक अविनाशी वरिष्ठ स्तंभकार हैं. हिमाचल प्रदेश की राजनीति पर लंबे समय से टिप्पणी करते आ रहे हैं.)</em></p>
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