गुरूवार को प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने राफेल डील के बारे में न्यायालय का फैसला आने के बाद प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने जारी प्रेस ब्यान में कहा कि राफेल जहाज़ डील से संबंधित उच्चतम न्यायालय के निर्णय से यह साबित हो गया कि इस संबंध में भ्रष्टाचार के आरोप सही हैं और सरकार गलत तथ्य देकर अदालत को भी गुमराह करने की कोशिश कर रही थी। बीजेपी और यहां तक कि प्रधानमंत्री भी इससे पहले अदालत में गलत तथ्य प्रस्तुत कर उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय को सरकार के पक्ष में प्रचारित करने की कोशिश में लगे थे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विश्व के सबसे बड़े राफेल घोटाले को दबाने की कोशिश को न्यायालय के फैसले से ना केवल झटका लगा बल्कि इस विषय में दूध का दूध और पानी का पानी होने की भी उम्मीद जगी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी और प्रधानमंत्री तानाशाहों की तरह बर्ताव करते हुए जनता और विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब सरकारी वकील अदालत में सरकार का बचाव करते हुए यह दलील दे रहा हो कि इस संबंध में याचिकाकर्ता द्वारा दाखिल किए गए दस्तावेज सत्य नहीं हैं और चोरी या फोटोकॉपी किये हुए हैं तो उनकी इस दलील से ही साबित होता है कि भ्रष्टाचार तो हुआ है। लेकिन इस विषय में राष्ट्रहित में सुनवाई नहीं होनी चाहिए, सरकार का पक्ष अदालत में पेश करने वाले वकील की यह दलील न केवल हास्यस्पद है बल्कि समझ से परे है। हालांकि देश यह जानना चाहता है कि भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले भ्रष्टाचारियों को दण्डित करना राष्ट्रहित है या उनका बचाव करना।