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बीजेपी के गढ़ में बदलने लगे चुनावी समीकरण, गढ़ भेदने में जुटी कांग्रेस

नवनीत बत्ता, हमीरपुर |

हमीरपुर का भोरंज विधानसभा क्षेत्र सालों से बीजेपी का गढ़ माना जाता है। सालों से इसे भेदने की कांग्रेस की हर कोशिश नाकाम रही। बीजेपी नेता स्वर्गीय ईश्वर दास धीमान यहां से लगातार 6 बार जीतते रहे। लेकिन, अपने कार्यकाल के दौरान ईश्वर दास धीमान की मृत्यु हो गई और उनकी जगह उनके बेटे डॉ अनिल धीमान को उपचुनाव में खड़ा किया गया। इसमें डॉ अनिल धीमान को जीत भी हासिल हुई, लेकिन अब विधानसभा चुनावों में समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं। क्योंकि, डॉ अनिल धीमान को ट्क्कर देने के लिए दो और धीमान मैदान में आने को तैयार हैं।

इस बार कांग्रेस मौका खोना नहीं चाहती और भोरंज से किसी नए उम्मीदवार की तलाश कर रही है जो उन्हें जीत दिला सके। इस लिस्ट में कांग्रेस के पास सबसे ऊपर ओम प्रकाश धीमान का नाम है। ओम प्रकाश धीमान रिटायर्ड SDO और इस समय संघर्ष समिति भोरंज के संयोजक पद पर कार्य कर रहे हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें टिकट देने की तैयारी कर रही है। हालांकि, कांग्रेस नेता प्रेम कौशल में सालों से विधानसभा क्षेत्र में डटे हुए हैं, लेकिन कई बार चुनाव हार चुके हैं। इसकी वजह से शायद कांग्रेस उन पर दांव खेलने से बच रही है। इसके अलावा डॉ अनिल धीमान को टक्कर देने के लिए धनी राम धीमान पहले से ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं।

इस तरह से स्वर्गीय ईश्वर दास धीमान 'गुरुजी' के बाद अब भोरंज में चुनावी समीकरण बदलने लगे हैं। उन्होंने 6 बार लगातार चुनाव जीते और कांग्रेस की ओर से उन्हें कभी कोई टक्कर नहीं दे पाया। लेकिन, उनके निधन के बाद अब उनके बेटे और बीजेपी विधायक को कांग्रेस के साथ-साथ अन्य उम्मीदवार भी टक्कर देने के लिए मैदान में तैयार खड़े हैं।