हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में चल रही आपसी कलह किसी से छिपी नहीं है। लेकिन, इसका अर्थ ये नहीं समझना चाहिए कि इसका फ़ायदा चुनावों में बीजेपी को मिलेगा। क्योंकि, अंदरखाते बीजेपी में भी खींचतान कम नहीं है। ये तो टिकट आवंटन की देर है, इसके बाद देखिए बीजेपी में क्या होता है?
BJP नेता सीमा मेहता ने चौपाल से ठोकी चुनावी ताल
ऐसा भी नहीं है कि बीजेपी में अभी से सब कुछ ठीक है, कई नेता है जिनको टिकट मिलने की संभावना बहुत कम है वे भी अभी से अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं। ऐसी ही एक बीजेपी नेता सीमा मेहता ने चौपाल से चुनावी ताल ठोक दी है। पिछली बार भी सीमा मेहता चौपाल से चुनाव लड़ी थीं, लेकिन तीसरे नंबर पर रही थीं। अब बीजेपी में चौपाल से निर्दलीय जीतकर आए बलवीर वर्मा भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं। ऐसे में बीजेपी किसको टिकट देगी ये सबसे बड़ा सवाल है। यदि बलवीर वर्मा को चौपाल से टिकट मिलती है तो वहां के बीजेपी नेता क्या उनका साथ देंगे। क्योंकि चौपाल से टिकट के तलबगारों की कमी नहीं है।
25 साल से गैर बीजेपी MLA रहे, इसलिए पिछड़ा चौपाल: सीमा
सीमा मेहता को भी पांच वर्ष बाद आज चौपाल की याद आई और उन्होंने शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही आरोप लगाया कि पिछले 25 वर्षों तक चौपाल क्षेत्र में गैर बीजेपी विधायक रहे, इसलिए चौपाल हर क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। फिर चाहे बात बिजली-पानी की हो, सड़कों की हो या फिर शिक्षा और स्वास्थ्य की हो, हर क्षेत्र में चौपाल पिछड़ा हुआ है। इसलिए इस बार चौपाल में भी प्रदेश के साथ कमल खिलेगा। उन्होंने लगे हाथ चौपाल से टिकट की भी दावेदारी पेश कर दी।