शिमला: कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि वह शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों के लिए जयराम सरकार की तारीफ करते हैं, लेकिन आज उनकी माता चुनाव मैदान में उतरी हैं तो उन्हें कहीं कोई विकास नजर नहीं आ रहा। जबकि अपने इलाके में हुए विकास का श्रेय लेने के लिए तो विक्रमादित्य सोशल मीडिया पर दिन रात जुटे रहते हैं। यह दिखाता है वह खुद को बिन पेंदी का लोटा साबित करने में जुटे हुए हैं। वो कम से कम एक बात पर तो कायम रहें। या तो विकास हुआ है या फिर नहीं हुआ।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रदेश की सत्ता में 30 साल तक कांग्रेस ने राज किया, लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की तारीफ तो पूर्व मुख्यमंत्री एवं विक्रमादित्य सिंह के पिता स्व. वीरभद्र सिंह भी करते थे। भाजपा के महामंत्री त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि प्रदेश के विकास में पूर्व के सभी मुख्यमंत्रियों का योगदान रहा। मगर वर्तमान की भाजपा सरकार ने मात्र चार साल के कार्यकाल में विकास के नए आयाम स्थापित किए।
जम्वाल कहा कि खुद को श्री कृष्ण का वंशज बताने वाले विक्रमादित्य सिंह को भगवान श्री राम से क्या समस्या है, जो उनके नाम पर वोट नहीं चाहिए। जबकि उनकी माता प्रतिभा सिंह श्रद्धांजलि के नाम पर चुनावी मैदान में उतरी हैं और स्व. वीरभद्र सिंह के नाम को ही अपना चुनावी एजेंडा बना चुकी हैं।
मुख्यमंत्री के लिए अभद्र भाषा इस्तेमाल करने पर भी भाजपा नेता ने विक्रमादित्य ने आलोचना की। जम्वाल कहा कि विक्रमादित्य सिंह समेत सभी कांग्रेसी नेता जयराम ठाकुर की लोकप्रियता से परेशान हैं और जब विकास के मुद्दे पर वे उन्हें घेर नहीं पा रहे तो अमर्यादित भाषा इस्तेमाल करने पर उतर आए हैं। जयराम सरकार के विकास कार्यों पर सवाल उठाने से पहले विक्रमादित्य सिंह यह बताएं कि प्रतिभा सिंह दो बार सांसद रही हैं, उनका मंडी संसदीय क्षेत्र के लिए क्या योदान रहा है।