विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही बीजेपी-कांग्रेस दोनों सरकारों ने हिमाचल को सौंगातें देनी शुरू कर दी हैं। इसके लिए कई योजनाओं के शिलान्यास किए जा रहे हैं। जनता को रिझाने के लिए नेताओं ने कई तरह की घोषणाएं करनी शुरू कर दी हैं। बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा समेत मुख्यमंत्री ने शिमला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये हिमाचल के विभिन्न हिस्सों के स्वास्थ्य क्षेत्र में करोड़ों के शिलान्यास किए।
नड्डा ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार का एजेंडा राजनीति से ऊपर उठकर विकास करना है। इसी का परिणाम है कि हिमाचल में एक साल में तीन मेडिकल शुरू हुए हैं। एम्स भी जल्द ही शुरू किया जाएगा, जिससे मेडिकल क्षेत्र में हिमाचल को फायदा मिलेगा। हिमाचल के जिलों में 112 करोड़ एमसीएच के माध्यम से 550 बेड के हॉस्पिटल खुलेंगे। मंडी में 45 करोड़ का टरशरी केंद्र खोला जाएगा। इसके अलावा मेडिकल एजुकेशन से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए एंट्रेंस एग्जाम लेने का फैसला लिया गया है। दाखिला भी मेरिट के आधार पर NEET के माध्यम से होगा। ऐसी तकनीक भी शुरू हो रही है, जिससे कैंसर के लिए पहले ही पता लगाया जा सकेगा।
मेडिकल कॉलेज चंबा और नाहन का शिलान्यास
नड्डा ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मेडिकल कॉलेज चंबा और नाहन का शिलान्यास किया। नाहन में ही मातृ और शिशु विंग का भी अलग से शिलान्यास किया गया। इसके अलावा टांडा मेडिकल कॉलेज में, नूरपुर सिविल अस्पताल, बिलासपुर क्षेत्रीय अस्पताल और सुंदरनगर में भी मातृ शिशु विंग का शिलान्यास किया गया। टांडा मेडिकल कॉलेज में परिवहन मंत्री जीएस बाली ने मातृ और शिशु विंग का शिलान्यास किया।