मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1100 के आउटसोर्स कर्मचारियों ने कंपनी पर शोषण करने के आरोप लगाए है। इन आरोपों का खंडन करते हुए 1100 हेल्पलाइन के प्रोजेक्ट हेड राजेश सिंह ने बताया कि उनके पास के 110 के क़रीब आउटसोर्स कर्मचारी काम कर रहे हैं। इनको नियमों के आधार पर 8000 रुपए वेतन और 2000 रुपए पीएफ़ व ईएसआई नियमों के तहत कट रहा है।
कंपनी मार्च और अगस्त में इंक्रीमेंट लगाती है, जो नियमों के तहत कर्मियों को लगाई जा रही है। यहां तक कि कर्मचारियों को कोविड-19 के दौरान भी वेतन दिया गया। 2-4 कर्मचारी माहौल ख़राब करने की कोशिश कर रहे हैं। जो पैसा सरकार कंपनी को देती है, कंपनी सारा पैसा कर्मचारियों को नहीं दे सकती क्योंकि इसके अलावा भी कर्मचारी रखे हैं जिसका पैसा भी यहीं से निकालना पड़ता है। कंपनी नॉर्म के तहत ही काम कर रही है।
गौरतलब है कि कंपनी के तहत काम कर रहे इन कर्मियों ने कहा है कि इन्हें काफी हैरास किया जाता है। न तो उन्हें इंक्रीमेंट सही से लगता है और न ही सैलरी वक़्त पर आती है। काम काफी है जबकि सैलरी की बहुत ज्यादा दिक्कत पेश आ रही है।