जब गरीब और पात्र लोगों को जमीन दी जा सकती है तो विधायकों को क्यों नहीं दी जा सकती। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने विधायकों को जमीन देने के मामले पर नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल की ओर से आपत्ति जताने पर यह बात कही। वीरभद्र सिंह ने कहा कि विधायकों को जमीन पट्टे पर देने के लिए अभी केवल पात्र माना है, हालांकि सभी विधायक जमीन लेते नहीं हैं। लेकिन, बीजेपी को विरोध की राजनीति करने की आदत है।
गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल ने कांग्रेस सरकार के कैबिनेट फैसले का कड़ा विरोध करते हुए कहा था कि हिमाचल में गरीब आदमी को जमीन देने के लिए सराकर ने 2 बिस्वा जमीन का ऐलान किया था। लेकिन, उन भूमिहीन को अब तक जमीनें नहीं मिली और अब सरकार पूर्व विधायकों और विधायकों के लिए पट्टे पर जमीन देने की घोषणा कर दी। इस फैसले से मुख्यमंत्री ने विधायकों को भी अपमानित कर मद्दा मजाक किया है जिसका हम कड़ा विरोध करते हैं।