विपक्ष ने आज लगातार दूसरे दिन सदन से वॉकआउट किया। विपक्ष ने ये वॉकआउट सदन में नियम 67 के तहत प्रदेश में हो रही भर्तियों पर चर्चा न मिलने पर किया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष के वॉकआउट को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने विपक्ष को राजनीतिक लाभ लेने के कांग्रेस इस तरह के मुद्दे उठाने का आरोप लगाया।
मुख्यमंत्री ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस आज परिहास बन कर रह गई है। जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाने में कांग्रेस असफल रही है। हिमाचल में पिछले साढ़े 3 वर्ष के काल में कोई भी भर्ती गलत तरीके से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि आउटसोर्स में भर्ती कांग्रेस की सरकार के समय से शुरू हुई। आउटसोर्स में भर्ती लोगों को कई प्रकार के प्रलोभन दिए गए। राजनीतिक लाभ लेने के लिए कांग्रेस हर रोज इस प्रकार के मुद्दे उठा रही है। कांग्रेस पार्टी में वरिष्ट नेतृत्व के लिए प्रतिस्पर्धा चली हुई है। इसलिए वह इस तरह के मुद्दे उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि नियम के तहत हर विषय पर सरकार चर्चा करने को तैयार है।
वहीं, जलवायु परिवर्तन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बेमौसमी बर्फ, बारिश के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है। लोगों की मृत्यु भारी बारिश और अन्य प्राकृतिक आपदा में हुई है। इसको गंभीरता से लेने की आवश्यकता है इसके लिए सरकार उचित कदम उठा रही है।