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AAP में जाने की चर्चाओं पर बोले सुरेश चंदेल, शर्तों पर जाने के लिए तैयार है…

जसबीर |

जसबीर कुमार। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले सियासी समीकरण आए दिन बदल रहे है। ऐसे में कांग्रेस नेता पूर्व सांसद सुरेश चंदेल के आम आदमी पार्टी में जाने में ख़बरें सुर्खियों में बनी है। इस पर अब खुद पूर्व सांसद ने भी पुष्टि कर दी है। हमीरपुर पहुंचे सुरेश चंदेल ने बताया है कि आम आदमी पार्टी के साथ वह संपर्क में है और अगर कुछ शर्तों पर बात बनती है तो जल्द ही कुछ निर्णय लिया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि मौजूदा वक्त में वे कांग्रेस का कार्यकर्ता हैं और लंबे समय में भाजपा में काम करने के बाद कांग्रेस में काम कर रहे हैं। लेकिन कांग्रेस में जिम्मेदारी न मिलने के कारण सक्रियता कम रही है। मन में टीस होने के बावजूद भी कांग्रेस में काम कर रहे है। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल के साथ बातचीत चलती रहती है लेकिन आने वाले समय में व्यक्ति गत हित की बजाए प्रदेश हित में निर्णय लेने के लिए काम किया जाएगा।

भाजपा पर बोला तीखा हमला

वहीं, पूर्व सांसद सुरेश चंदेल ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। हमीरपुर पहुंचे सुरेश चंदेल ने सरकार पर बढ़ती बेरोजगारी , महंगाई में जनता की अनदेखी करने का आरोप लगाया है और कहा कि आज के समय में प्रदेश में अशांति की स्थिति बन रही है। हाल ही में सीमेंट के दामों में बेहताशा इजाफा हुआ है और सरकार में महंगाई पर लगाम लगाने में बेबश है। प्रदेश में आउटसोर्स के लिए नीति नहीं बनाई जा सकी है और सरकार ने गुमराह करने की राजनीति की गई है।

सुरेश चंदेल ने कहा कि प्रदेश में टूरिज्म के नाम पर कुछ नहीं किया है और पांच साल से एयरपोर्ट बनाने की बात हवा में लटकी है और पिछले पन्द्रह सालों से हमीरपुर, मंडी और बिलासपुर में एयरपोर्ट बनाने की कवायद की जा रही है। वहीं बिलासपुर में गोविंद सागर झील में भी टूरिज्म के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। सरकार के पास टूरिज्म के लिए विजन की कमी रही है।

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी में भी पिछले तीन सालों से कोई भी अहम जिम्मेदारी नहीं दिए जाने पर सुरेश चंदेल कांग्रेस पार्टी से अंदरखाते नाराज चल रहे हैं और ऐसे में अब आम आदमी पार्टी में सुरेश चंदेल को अहम ओहदेदारी की जिम्मेदारी दिए जाने की सुगबुगाहट होने पर चर्चाओं का दौर जारी है। पुख्ता सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आम आदमी पार्टी हिमाचल प्रदेश में कुछ पुराने राजनीतिज्ञ नेताओं को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाने के लिए दाव खेलने की फिराक में है।