हिमाचल विधानसभा बजट सत्र की प्रशनकाल के बाद किन्नौर के विधायक जगत सिंह नेगी ने नियम 62 के अंतर्गत लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित किया। नेगी ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिलान्यास पट्टिकाओं को तोड़ने के पीछे बीजेपी के लोगों का हाथ है। ये बीजेपी लोगों की संकीर्ण सोच का नतीजा है कि वह कांग्रेस के समय में लगी शिलान्यास पट्टिकाओं को तोड़ रही है।
उन्होंने कहा कि अकेले उनके क्षेत्र किनौर में 12 पट्टिकाएं तोड़ी गई है। इसको लेकर पुलिस में मामलें दर्ज करवाए गए लेकिन, पुलिस ने अभी किसी तरह की कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई जा रही है। इससे पता चलता है कि प्रदेश में क़ानूनव्यवस्था बिलकुल चरमरा चुकी है।
इसके जवाब में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि उद्घाटन और शिलान्यास पट्टिकाएं तोड़ने का क्रम पिछले लंबे समय से चला आ रहा है जो गलत है। 2017 में पट्टिकाएं तोड़ने के 22 मामले दर्ज हुए जबकि अभी तक इस साल में 4 मामले दर्ज हुए है। सोलन, कुल्लू और लाहौल स्पीति में पट्टिकाएं तोड़ने का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। सबसे ज्यादा 6 मामले कांगड़ा जिला में दर्ज किए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ शरारती तत्व रात के अंधेरे में इस तरह पट्टिकाओं को तोड़ते हैं। पिछली सरकार में ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं लेकिंन, कोई मामला दर्ज नहीं हुआ। इसलिए ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। किसी भी सरकारी पट्टिका को तोड़ा गया तो उसकी जगह नई पट्टिका लगाई जाए।
नियम 62 के अंतर्गत लाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के बाद विधानसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी गई।