कर्नाटक विधानसभा चुनावों में हुए उलट-फेर का सियासी असर हिमाचल प्रदेश में भी देखने को मिला। हाईकमान से मिले निर्देश के बाद कर्नाटक मसले पर कांग्रेस ने सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया और बीजेपी की कार्यशैली को लोकतंत्र की हत्या करार दिया। घुमारवीं में कांग्रेस ने पूर्व सीपीएस राजेश धर्माणी के नेतृत्व में प्रदर्शन किया और पीएम मोदी के पुतले फूंके। इस दौरान विरोध में एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपे।
रोहड़ू में निकाली मोदी की शव यात्रा
रोहड़ू कांग्रेस ने जगह-जगह धरने दिए और प्रधानमंत्री मोदी की शव यात्रा निकाली। मेन बाजार पर लोगों ने मोदी का पुतला फूंका और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए इस विवादित राजनीति को लोकतंत्र की हत्या बताया। वीके अग्रवाल युवा कांग्रेस अध्यक्ष रोडू मंडल ने आरोप लगाया कि कर्नाटक में केन्द्र के इशारे पर राज्यपाल ने संविधान की धज्जियां उड़ाई गई और लोकतंत्र का गला घोंटा गया। ऐसा भारत के इतिहास में पहली बार हुआ है।
दरअसल, शुक्रवार को कोर्ट के आदेश के बाद राजनीतिक स्थिति और दिलचस्प हो गई है। कोर्ट ने बीजेपी को शनिवार शाम 4 बजे तक बहुमत साबित करने के आदेश दिए हैं। वहीं, बीजेपी अभी भी बहुमत के मैजिक फीगर से पीछे है। जबकि, जेडीएस और कांग्रेस अपने-अपने विधायकों पर कड़ी निगराने रखे हुए हैं।
गौरतलब है कि बीजेपी के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सिंगल लार्जेस्ट पार्टी बनकर उभरी है। लेकिन, कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान कर बाजी पलटने की कोशिश की। आनन-फानन में राज्यपाल ने बीजेपी को बतौर बड़े दल होने के नाते सरकार बनाने का दावा पेश करने का निमंत्रण भेज दिया और येदियुरप्पा ने सीएम पद की शपथ भी ले ली।
लेकिन, कांग्रेस इसे अलोकतांत्रिक बता रही है और इसके लिए गोवा विधानसभा चुनाव और उसके बाद की परिस्थितियों का हवाला दे रही है। दरअसल, गोवा में कांग्रेस सिंगल लार्जेस्ट पार्टी थी, लेकिन बीजेपी ने गठबंधन के आधार पर पहले अपना बहुमत साबित कर सरकार बना लिया।