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गुड़िया मामले को सुलझाने के बजाय पुलिस ने मिटाये तथ्य: माकपा

पी.चंद |

हिमाचल प्रदेश पुलिस प्रशासन के खिलाफ माकपा ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को कॉमरेड राकेश सिंघा ने कहा कि सीबीआई जांच में पुलिस कर्मियों का पकड़ा जाना कई सवाल खड़े करता है। गुड़िया मामले में पहले सारी जांच पुलिस के हाथों में थी और लगता है कि पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के बजाय साक्ष्य को मिटाने का काम किया है।

माकपा ने आरोप लगाया है कि असामाजिक तत्वों ने सरकार की शह पर मामले को दबाने का प्रयास किया। पुलिस प्रशासन से लेकर हर चीज को अपने प्रभाव में लेकर मामले को दबाने का प्रयास किया। यहां तक कि मुख्यमंत्री भी गुड़िया मामले में पुलिस को सही ठहराते रहे, जिससे उनका फेसबुक कनेक्शन भी कहीं न कहीं सवाल खड़ा करता है। 

बीजेपी का सीबीआई कनेक्शन!

राकेश सिंघा ने कहा कि सीबीआई गुड़िया मामले में ढील बरत रही है, जिससे लगता है कि बीजेपी इसका राजनीतिक लाभ लेना चाहती है। बाबा राम रहीम मामले को जोड़ते हुए सिंघा ने आरोप लगाया कि हरियाणा में भी सरकार गुंडा बाबा को बचाने में लगी रही और हरियाणा जलता रहा। 

सोलन में भी बाबा अमर देव ने छः बीघा जमीन पर कब्जा कर रखा है। सारे अवैध काम बाबा वहां करता है। एक गाड़ी बाबा को हरियाणा के सीएम ने गिफ्ट की है एक डेल्ही से आई है। उसकी सम्पति सरकार जब्त क्यों नही करती है। क्या हिमाचल सरकार अमरदेव को भी बाबा राम रहीम बनाना चाहती है। हिमाचल में होशियार सिंह का मामला, शिमला बलदेया का लापता मेधराम का मामला भी ऐसा ही है जिसको प्रदेश में चल रहे माफिया के हाथों का भाजन बनना पड़ा।