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अपने बयान पर CM मांगें माफी, तभी होगी सदन में चर्चा: धूमल

पी.चंद. शिमला |

प्रतिपक्ष नेता प्रेम कुमार धूमल ने मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए बड़ा बयान जारी किया है। धूमल ने कहा कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह बीजेपी नेताओं को गुंडा कह रही है लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उनके कामकाज से आज विधानसभा जंगल बन कर रह गई है। सदन में बीजेपी सदस्यों के खिलाफ मुख्यमंत्री का ऐसा बयान आपत्तिजनक है और इसके लिए मुख्यमंत्री सदन में माफी मांगें। जब तक वह माफी नहीं मांगेंगे सदन में कोई चर्चा नहीं होगी।

धूमल ने कहा कि प्रदेश का मुखिया ऐसा है जो कि अपने ही पार्टी नेताओं का कभी काली भेड़ें और कभी काले-सफेद कौए कहकर पुकराता है। लेकिन बीजेपी नेताओं के साथ ऐसा अभद्र व्यवहार नहीं चलेगा। यहां तक की सदन में भी सरकार हमारी मांगों को मानने से इंकार कर रही है। 

सदन में चर्चा से भाग रही सरकार

धूमल ने कहा कि विपक्ष सदन कि कार्यवाही में भाग लेने के लिए पूरी तरह तैयार है, लेकिन कानून व्यवस्था के मुद्दे से प्रदेश सरकार भागने का प्रयास कर रही है। अगल पहले दिन से ही नियम 67 के तहत चर्चा की जाती तो अब तक कार्यवाही चली होती। आये दिन प्रदेश में कानून व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं लेकिन सरकार इसे लेकर गंभीर होती तो ऐसा कुछ नहीं होता और सदन में चर्चा भी होती।

वहीं, डॉ राजीव बिंदल ने कहा कि सदन में अपनी मांग को लेकर नारेबाजी करना यदि गुंडागर्दी है तो 2011 में सदन में जो डांस और गाने गाए जाते थे उन्हें क्या करार दिया जाए। उस वक्त तो हमारे सदस्य की उंगली तोड़ दी गई थी। लेकिन, अब मुख्यमंत्री की बयानबाजी हम डरने वाले नहीं हैं और अपनी मांग पर ही चर्चा करेंगे। !

गौरतलब है कि इससे पहले बुधवार को मुख्यमंत्री ने कहा था कि बीजेपी नेता सदन में गाली गलोच कर रहे हैं। सदन में ऐसी भाषा का प्रयोग करना नियमों का उल्लंघन करना है।