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पूर्व संचार मंत्री पं. सुखराम पंचतत्व में विलीन, हजारों लोगों ने दी नम आंखों से विदाई

छह दशकों तक देश प्रदेश की राजनीति में छाए रहे 96 साल के पंडित सुखराम पंचतत्व में विलीन हो गए। गुरूवार को मंडी में ब्यास नदी किनारे हनुमानघाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।…

बीरबल शर्मा |

छह दशकों तक देश प्रदेश की राजनीति में छाए रहे 96 साल के पंडित सुखराम पंचतत्व में विलीन हो गए। गुरूवार को मंडी में ब्यास नदी किनारे हनुमानघाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके बड़े बेटे मंडी सदर के विधायक अनिल शर्मा ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे।

पं. सुखराम की अंतिम यात्रा में हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे

इससे पहले उनका पार्थिव शरीर शहर के साथ लगते गांव बाड़ी स्थित आवास पर रखा गया था। जहां से तिरंगे में लपेट कर सुबह 11 बजे उनकी शवयात्रा शुरू हुई। शव को फूलों और होर्डिंग्स से सजाए वाहन जिस पर जब तक टेलीफोन रहेगा, पंडित सुखराम तेरा नाम रहेगा, का नारा भी लिखा था में रख कर तीन किलोमीटर दूर मंडी शहर के सेरी मंच तक लाया गया। वाहन के साथ उनके बड़े बेटे अनिल शर्मा, छोटे बेटे अनूप शर्मा, पोते आश्रय व वालीबुड अभिनेता आयुष शर्मा, सलमान खान की बहन व आयुष की पत्नी अर्पिता तथा परिजनों के अलावा हजारों लोग पैदल चल कर सेरी मंच तक पहुंचे। पूरे रास्ते में सड़क के दोनों ओर लोगों के समूह ने खड़े होकर अपने महबूब नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।

शव को दोपहर 12 बजे से लेकर सवा एक बजे तक आम जनता के दर्शन के लिए ऐतिहासिक सेरी मंच पर रखा गया। यहां लोगों ने उनके शव पर पुष्प अर्पित करके अंतिम विदाई दी। दोपहर सवा एक बजे तिरंगे में लिपटे शव के साथ पैदल यात्रा बाबा भूतनाथ मंदिर से होकर ब्यास नदी तक निकली जहां उन्हें पंचतत्व में विलीन कर दिया गया। इस मौकेपर उन्हें राजकीय सम्मान के तौर पर पुलिस की सलामी भी दी गई।

सोनिया गांधी और प्रतिभा सिंह की ओर से भी पुष्प चक्र अर्पित

कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी की ओर से सेरी मंच पर पूर्व मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने पंडित सुखराम के शव पर पुष्प चक्र अर्पित किया। जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा प्रतिभा सिंह की ओर से पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी ने पुष्प चक्र चढ़ाया।

धूमल से मिलकर फफक-फफक कर रोए अनिल

पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी हमीरपुर से सेरी मंच पर पहुंचे व दिवंगत नेता पंडित सुख राम को श्रद्धांजलि अर्पित की। जैसे ही वह पार्थिव शरीर के पास हाथ जोड़े अनिल शर्मा के पास पहुंचे और उन्हें गले लगाया तो अनिल फफक फफक कर रो पड़े। यही नहीं प्रेम कुमार धूमल भी अपने को रोक नहीं सके और उनकी भी अश्रुधारा बह निकली। इसी तरह से कई बार अनिल शर्मा अपने को रोक नहीं पाए और पिता के चले जाने पर फूट फूट कर रोते देखे गए।

धूमल से मिलकर फफक-फफक कर रोए अनिल शर्मा