लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जनहित के मुद्दों को लेकर कांग्रेस मोदी सरकार के खिलाफ आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है। इसी कड़ी में बुधवार को पूर्व मुख्य संसदीय सचिव राजेश धर्माणी ने आरोप लगाते हुए कहा कि क्रेंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव से पहले जनता के साथ किए गए वायदों को आज दिन तक पूरा नहीं किया।
उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले 8 से 21 वर्ष आयु वर्ग की युवतियों और महिलाओं से पंचायतों के माध्यम से आवेदन फॉर्म भरवाए गए और आश्वस्त किया गया कि केंद्रीय बाल विकास एवं कल्याण मंत्रालय सभी के बैंक अकाउंट में 2 लाख रूपए डाले जाएंगे। बीजेपी नेताओं के झूठे आश्वासनों में आकर अच्छे दिनों की आस में युवतियों और महिलाओं ने डाक विभाग द्वारा यह फॉर्म भरकर भेज दिए। जिसका बाकायदा डाक विभाग से भेजी गई रजिस्ट्रियों का रिकार्ड भी उपलब्ध है।
धर्माणी के अनुसार जब इस स्कीम को लेकर सूत्रों के हवाले से जांच पड़ताल शुरू की गई तो पता चला कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर से ऐसी कोई भी स्कीम शुरू ही नहीं की गई है। इसके बाद लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रह हैं।