आम आदमी पार्टी ने सेंट्रेल यूनिवर्सिटी और जिला परिषद कर्मियों की हड़ताल को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला. AAP के प्रदेश कोषाध्यक्ष कुलवंत राणा ने कहा, जिला परिषद कर्मचारी हड़ताल पर हैं जिसके चलते मनरेगा कामगारों का भुगतान नहीं हो पाया है. समय पर दिहाड़ी का भुगतान न होने से गरीब परिवारों को काफि दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं और सरकार और प्रशासन मूकदर्शक बने हुए है. हालांकि कांग्रेस और बीजेपी दोनों दल कर्मचारी हितैषी होने का दावा करते हैं लेकिन कर्मचारियों के आंदोलन पर दोनों दलों की चुप्पी सवाल खड़े करती है. अगर सरकार ने जल्द कर्मचारियों की मांगों को नहीं माना तो AAP इनके समर्थन में सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी.”
कुलवंत राणा ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी के मुद्दे पर सरकार और विपक्ष को घेरते हुए कहा, ” दोनों प्रमुख दलों ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी को फुटबाल बनाकर रख दिया है. कभी धर्मशाला तो कभी देहरा के बीच सीयू को झुलाया जा रहा है. देश में स्वीकृत अन्य सीयू भवन बनकर तैयार हो गये हैं, जबकि सीयू एचपी का करोड़ों का बजट अभी तक प्रयोग नहीं लाया गया है.”
उन्होंने आरोप लगाया कि जोनल अस्पताल धर्मशाला में सुविधाओं की कमी को दूर करने की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा. आलम यह है कि जोनल अस्पताल में डिस्पेंसरी जैसी सुविधाएं ही रह गई हैं. गद्दी समुदाय की उपजातियों के लोग गद्दी शब्द से वंचित लोग आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन सरकार इसे भी नजरअंदाज कर रही है. हालांकि इस मामले में सरकार का कोई पैसा नहीं लगना है, मात्र राजस्व दुरुस्ती होनी है.