हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा, खाद्य आपूर्ति एवं परिवहन मंत्री जीएस बाली किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे यह चर्चा का विषय बना हुआ है। लेकिन, इस चर्चा को जीएस बाली ने अपने एक बयान से और हवा दे दी है। दरअसल, दूरदर्शन पर इंटरव्यू के दौरान जीएस बाली ने कहा कि वह किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे इस पर बयान देना मुश्किल है। क्योंकि, वह एक प्रैक्टिकल आदमी हैं और भविष्य की नहीं बल्कि वर्तमान की राजनीति करते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी राजनीति अपने क्षेत्र के पिछड़े लोग, ओबीसी और एसी के लिए होती है। लिहाजा, लोगों की भलाई के हिसाब से ही अपना रास्ता चुनते हैं।
सुधीर शर्मा से नाराजगी नहीं: बाली
इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री से नाजुक होते संबंध और सुधीर शर्मा के साथ बढ़ती नज़दीकियों पर भी अपनी बात कही। जब उनसे सवाल पूछा गया कि आपके संबंध सुधीर शर्मा और केवल सिंह पठानिया से इतने सालों तक नाजुक क्यों रहे…इस पर जीएस बाली ने कहा कि सुधीर शर्मा के साथ उनकी कभी भी कोई निजी अड़चन नहीं रही है। उनके अलावा उनके पिताजी से भी अच्छे संबंध रहे हैं। हम वक़्त की व्यस्तताओं के चलते नहीं मिल पाते हैं। अभी हाल ही में मौका आया तो मैं सुधीर शर्मा के साथ दिखाई दिया।
'मुख्यमंत्री से निजी कोई विवाद नहीं, कुछ मुद्दों पर मतभेद'
जीएस बाली ने कहा कि उनका मुख्यमंत्री से कोई निजी विवाद नहीं है। बल्कि पारिवारिक संबंध आज भी अच्छे हैं। लेकिन, वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए कुछ मुद्दों पर मतभेद जरूर है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में कार्यकर्ता निराश हैं, हमें उनको देखना चाहिए। उनके भीतर ऊर्जा का संचार कैसे हो इसका ख्याल रखना होगा। इस दौरान जीएस बाली ने कांग्रेस में नेतृत्व के सवाल को हाईकमान के फैसले पर टाल दिया।
5 साल में किया 60 सालों का काम
जीएस बाली ने अपने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस सरकार में हमने बीते 60 सालों के मुकाबले 5 सालों में काम किया। ख़ास तौर पर उन्होंने अपने विभाग का जिक्र करते हुए कहा कि जिस स्तर पर हमने आईटीआई, पॉलिटेक्निक, बसों की सर्विस और इंजीनियरिंग कॉलेज खोले, वह पिछले 60-70 सालों से कहीं अधिक था। लेकिन, हम अपनी बात लोगों तक पहुंचाने में नाकाम रहे हैं। इसके कई कारण भी हो सकते हैं।