<p>हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि मंडी नगर निगम के चुनाव भाजपा सरकार की नाक का सवाल बन गया है। जिसके चलते सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी है। यहां पत्रकारों से बात करते हुए मुकेश अग्रिहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी में मंत्रियों के साथ अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। उन्होंने कहा कि अगर मंडी में काम किया होता तो इस बात की नौबत नहीं आती और शायद मुख्यमंत्री रिमोट से ही निगम का चुनाव जीत जाते। उन्हें ज्यादा नहीं एक दो बड़ी रैलियां करनी पड़ती। लेकिन तीन साल मे विकास के मामले में भेदभाव किया और मंडी विधानसभा क्षेत्र के जिन भी कारणों से हो मगर नजरअंदाज किया। </p>
<p>मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अब कहने लगे हैं कि मंडी के लिए मास्टर प्लान बनना चाहिए, फ्लाई ओवर बनना चाहिए ओवर हैड पुल बनने चाहिए कहां बनने हैं इसकी कोई तैयारी नहीं है। क्योंकि उन्होंने कभी इसके बारे में सोचा ही नहीं है। उन्होंने कहा कि तीन साल बीत चुके हैं अब तो बड़ी देर कर दी मेहरबां आते-आते जैसी हालत हो गई है। मंडी नगर निगम के चुनाव पूरी तरह से विकास में भेदभाव की कहानी है। यह बात हम ही नहीं बल्कि भाजपा के अपने ही विधायक भी आरोप लगा रहे हैं। मंडी में नया विक्टोरिया ब्रिज, 85 करोड़ की ऊहल पेयजल योजना, 37 करोड़ की एडीबी की परियोजना पूर्व की कांग्रेस सरकार की देन है। मंडी सदर विधानसभा क्षेत्र को नजरअंदाज किया गया है। जिसके चलते मंडी सदर के लोगों के मन में रोष अवश्य रहा है। क्योंकि सदर के लोग विकास देखने केलिए सराज व धर्मपुर नहीं जाएंगे। इससे बेहतर होता मुख्यमंत्री मंडी के लोगों से क्षमा मांग लेते। </p>
<p>उन्होंने कहा कि निगम के चुनाव में भाजपा सरकार व मोदी मैजिक दोनों ही नहीं चले । जिसके चलते सरकार ने बहुत बड़ी चूक कर दी है। सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी बात कही है और मंडी में अंडर करंट है। जलशक्ति विभाग का 440 करोड़ और पीडब्ल्यूडी का साढ़े चार सौ करोड़ रूपए दो ही विधानसभा क्षेत्रों में चला गया। इसके अलावा नौकरियां भी दो ही विधानसभा क्षेत्रों तक सीमित कर दी है। विकास के मामले में पक्षपात किया है। उन्होंने कहा कि मंडी पहले ही छोटीकाशी है, यहां शिवधाम बनाने की क्या आवश्यक्ता है। शिवधाम भी गुजरात की कंपनी बनाएगी। हिमाचल के कई बड़े प्रोजेक्टों के ठेके बाहर के लोगों को जा रहे हैं।</p>
<p>नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने मंडी को सैंट्रलजोन का दर्जा देकर कई महत्वपूर्ण कार्यालय यहां खोले। वीरभद्र सिंह ने अपने कार्यकाल में जहां मंडी को महत्व दिया वहीं पर पं. सुखराम ने संचार क्रांति लाई इस बात को भी याद रखना चाहिए। जयराम सरकार ने मंडी के अलावा कांगड़ा को भी नजरअंदाज किया। इसलिए धर्मशाला और पालमपुर में भी भाजपा संकट में है। उन्होंने कहा कि भाजपा के सारे इंजन हांफ गए हैं। केंद्र सरकार ने अब हिमाचल का विशेष राज्य का दर्जा भी छीन लिया है। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश चौधरी, पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर, प्रदेश कांग्रेस महासचिव चेतराम ठाकुर, इंटक के बाबा हरदीप सिहं आदि भी मौजूद रहे।</p>
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