हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री का लाल टोपी नहीं पहनने पर प्रतिक्रिया दी है। समाचार फर्स्ट के साथ बातचीत में ठाकुर ने कहा कि टोपी चाहे जिस भी रंग की हो, लेकिन पहले ये हिमाचल की परंपरा को दर्शाती है औऱ मुख्यमंत्री ने इस सम्मान का अपमान किया है। टोपी ठुकराने का मतलब है हिमाचल का सम्मान ठुकराना।
समाचार फर्स्ट के साथ बातचीत में ठाकुर ने कहा कि इन दिनों मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की हालत ऐसी बदतर हो चुकी है कि अब उनकी पीड़ा भी सामने दिखने लगी है। बतौर मुख्यमंत्री वह किसी को कुछ भी बोलते हैं, फिर चाहे वह कांग्रेस के नेता हों या बीजेपी के उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है।
अनुराग ने कहा कि अब कांग्रेस में ऐसा समय आ चुके हैं कि सरकार के मुख्यमंत्री अकेले पड़ चुके हैं और किसी भी स्तर का कोई भी नेता उनके साथ खड़ा नज़र नहीं आ रहा है। इसीलिए उन्हें राजनीतिक पीड़ा का शिकार होना पड़ रहा है और बाकी रही कसर बीजेपी की हिमाचल में जीत की भविष्यवाणी पूरी कर रही है।
गौरतलब है कि बुधवार को ठाकुर कौल सिंह ने एक सम्मान समारोह में उन्हें लाल टोपी भेंट और उन्हें पहनाने लगे। लेकिन, मुख्यमंत्री ने उन्हें रोक दिया और टोपी को हाथ में लेकर घुमा कर देखा और लाल रंग देखते ही उसे फैंक दिया।