हिमाचल प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं । चुनाव को लेकर प्रदेश के दोनों ही बड़े दल अभी से मैदान में डट गए हैं। लेकिन चुनाव में दोनों दलों के लिए सबसे बड़ी बात ये होगी कि इस बार टिकट किसे दिया जाए।
उधर, टिकट आवंटन को लेकर कांग्रेस ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिए टिकट के दावेदार तो बहुत हैं लेकिन इस बार पार्टी टिकट सर्वे के आधार पर देगी। फिर चाहे वो सर्वे 3 बार ही क्यों न करवाना पड़े।
साफ शब्दों में कहें तो कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने यह साफ कर दिया है कि इस बार वे सिर्फ जिताऊ प्रत्याशियों को ही मैदान में उतारेगी। यही वजह है कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने टिकट आवंटन को लेकर सर्वे करवाने की बात कही है। लेकिन इस बीच देखने वाली बात ये भी होगी कि अगर सर्व में पुराने नेता फिट नहीं बैठे तो क्या उनका टिकट कटेगा? और यदि पुराने नेताओं का टिकट कटता है को क्या वह पार्टी के साथ मिलकर काम करेंगे? साथ ही ये भी दिलचस्प होगा कि क्या नए उम्मीदवार कांग्रेस को जीत की संजीवनी दे पाएंगे? खैर ये स्थिति तो बाद में ही स्पष्ट होगी लेकिन प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के बाद से कई नेताओं को अपनी टिकट की फिक्र जरूर सताने लग जाएगी।