<p>बाहरी राज्यों में फंसें हिमाचल प्रदेश के लाखों लोगों को एकसाथ लाने में अव्यवस्था को बीजेपी मानने को तैयार नहीं। एक साथ लाखों की संख्या में लोगों को अब घरों में लाया जा रहा है जिससे हिमाचल एक बार फ़िर ख़तरे की जद्द में आ गया है। मंडी में आया ताजा केस इसका उदाहरण है। लेकिन जब इस पर कांग्रेस पहले नीति बनाने का हवाला दिया तो बीजेपी ने भी इस पर पलटवार किया है। प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल ने कहा कि अच्छा होता कि वे कोरोना पर राजनीति नहीं करते।</p>
<p>उन्होंने खुद बार-बार कहा कि कोरोना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए लेकिन पूरी कांग्रेस केवल राजनीति करने में लगी है। जयराम सरकार बाहर से लोगों को लाने के लिए पसीना बहा रही है। लोग काफी दिनों से बाहर ही इतंजार कर रहे थे औऱ अब उनका आना स्वाभाविक है। ऐसे अब हिमाचलियों को लाया जा रहा है तो कांग्रेस आपत्ति दर्ज करवा रही है। कांग्रेस यह स्पष्ट करें कि वह क्या चाहती है? हिमाचलवासी हिमाचल में आने चाहिए या नहीं यह दो टूक बताना चाहिए न कि किन्तु-परन्तु के साथ।</p>
<p>कांग्रेस की वर्चस्व की जंग का नतीजा है कि वीरभद्र सिंह ने सरकार को अलग से लिखित सुझाव दिए हैं। अन्य-अन्य नेताओं ने लिखित और मीडिया के माध्यम से अलग-अलग सुझाव दिए हैं। वर्चस्व की जंग को कोरोना में न लायें तो कार्य करना सुगम हो जाएगा। प्रदेश सरकार कोरोना से लड़ते हुए आगे निकल कर प्रदेश की गाड़ी को पटरी पर लाने का प्रयास कर रही है। आर्थिक गतिविधियां शुरू करने का काम कर रही है।</p>
<p>कर्फ्यू के दौरान भोजन, राशन वितरण से लेकर औषध और ईलाज तक अच्छा काम सरकार ने किया है। किसान, बागवान, मजदूर, कर्मचारी, बेरोजगार सभी के लिए योजना बनाने में जुटी है। प्रदेश की जनता जयराम सरकार के साथ खड़ी है और देश प्रधानमंत्री मोदी के हाथों सुरक्षित है। वहीं, रेलवे से मजदूरों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का महत्वपूर्ण निर्णय का स्वागत करते हुए उस पर कांग्रेस द्वारा की गई राजनीति की कड़ी निंदा की।</p>
<p>याद रहे कि कांग्रेस ने कामगारों का खर्च उठाने की बात कही है क्योंकि अग़र विदेशों से लोगों को फ्री घर पहुंचाया गया तो इन्हें भी घर मुफ़्त पहुंचाया जाना चाहिए। यहां तक कि लॉकडाउन के दौरान इनके पास न तो पैसा है और न ही खाने को सामान। इसलिए कांग्रेस ने इनकी मदद करने की बात कही है जिसे राजीव बिंदल राजनीतिक करार देते हैं। यहीं नहीं, प्रदेश में काफी समय कांग्रेस और पूर्व मंत्री जीएस बाली नीति बनाकर फंसें हिमाचलियों को लाने की बात कह रहे थे लेकिन अब जब एक दम सभी को लाया जा रहा है तो एक बार फ़िर ख़तरा बढ़ गया है। ऐसे में मंडी से नया मामला आने पर कांग्रेस ने फ़िर सवाल उठाए तो उसे भी राजनीतिक करार दिया गया।</p>
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