प्रश्नकाल के बाद पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने ट्राउट मछली में वायरस को लेकर एक वक्तव्य दिया। इसमें उन्होंने साफ किया कि इसकी जांच के बाद मछलियों में किसी तरह का कोई वायरस नहीं पाया गया। वीरेन्द्र कंवर के व्यक्तव्य के बाद मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बद्दी फार्मा कंपनी की नक़ली दवाइयों को लेकर उठ रहे सवाल पर एक व्यक्तव्य दिया और कहा कि मामले की एफआईआर कर दी गई है तथा जांच की जा रही है। नकली दवाइयों का बनना लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ है। कंपनी ने लाइसेंस किसी और काम लिया और किया कुछ और काम।
इसी के साथ वन विभाग द्वारा एडीबी ने 560 करोड़ रुपये ऋण स्वीकृत कर दिया है। 90:10 की रेशो में 700 करोड़ पर्यावरण और किसानों की आय को बढ़ाने पर खर्च होगा। ये परियोजना दो चरणों मे खर्च की जाएगी। मुख्यमंत्री ने शिमला शहर में प्रयाप्त जलापूर्ति औक सीवरेज के लिए 280 करोड़ की योजना की भी जिक्र किया और कहा कि दूसरे चरण में भी हिमाचल प्रदेश के 1400 करोड़ को सैद्धान्तिक मंजूरी मिल गई है।
इस पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने एनडिवी ब्रिक्स का मामला उठाया और 1100 करोड़ के प्रॉजेक्ट लटकने की बात की। साथ कि जलशक्ति मंत्री पर ब्रिक्स के पैसे को मुख्यमंत्री, धर्मपुर और सुंदरनगर में खर्च करने का आरोप लगाया।
इस पर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि इसपर कुछ दिक्कते हैं। कोरोना वायरस के चलते बीओडी की बैठक नहीं हो पाई है। फॉरेन फंडिंग प्रोजेक्ट के लिए प्रोसेस है उससे गुजरना पड़ता है जबकि ब्रिक्स का कोई भी पैसा धर्मपुर में नहीं ख़र्च हो रहा है। कांग्रेस की सरकार में तो उनके क्षेत्र में नाबार्ड की एक भी योजना नहीं आई।