मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र में प्रदेश के सबसे बड़ा रोप-वे बनने जा रहा है। इसके लिए बकायदा डीपीआर बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। जानकारी के मुताबिक, बड़सयार से शिकारी माता तक 9 किलोमीटर का सफर में रोपवे की सुविधा मिल सकती है। इस इलाके में रोपवे बनने से यहां टूरिज़्म को बढ़ावा मिलेगी और इसकी ख़ासियत ये रहेगी गुलमर्ग की तर्ज पर यहां 4 भागों में रोपवे को 9 किलोमीटर तक पूरा किया जाएगा।
इस 9 किलोमीटर ट्रैक को 4 भागों में बांटने का काम भी जारी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस प्रोजेक्ट के लिए क़रीब 100 करोड़ की राशि ख़र्च हो सकती है। यहां तक कि सरकार इस प्रोजेक्ट को निजी हाथों में देने की सोच रही है, ताकि समय पर रोपवे का काम भी पूरा हो और सरकार के ऊपर ज्यादा आर्थिक बोझ भी ने पड़े। इससे पहले यहां हेलीपैड भी बनाया गया है।
इस मामले में रेंज ऑफिसर का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के लिए 3 साइट्स की इंस्पेक्शन की जा चुकी है। लेकिन, बड़सयार से लेकर शिकारी देवी तक 9 किलोमीटर सफर में सबसे कम पेड़ों का नुक्सान होगा। इसके चलते प्रोजेक्ट इसी जगह पर बनने की फाइनल मुहर लग सकती है, जो अभी लगना बाकी है।
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ग़ौरतलब है कि अक्टूबर से मार्च तक यहां टूरिज़्म सीज़न रहता है और बड़ी संख्यां में पर्यटक शिकारी माता के मंदिर में शीश नवाने आते हैं। इस प्रोजेक्ट के बनने से एक तो पर्यटकों को सुविधा मिलेगी, वहीं स्थानीय लोगों के कारोबार में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा हेली-टैक्सी की सुविधा पर भी आगामी दिनों में सरकार विचार कर सकती है।