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‘शादियों की गैथरिंग से कोरोना फैलता है, सरकार के उद्घाटन में हुए कठ से नहीं!’

डेस्क |

प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते कोरोना कर्फ्यू लगा है। किसी भी व्यक्ति को बेवजह घूमने और एक साथ 5 लोग इक्टठे होने की इज़ाजत नहीं है। सरकार द्वारा ये आदेश दिए गए हैं औऱ जिले के प्रशासन अपने स्तर पर इन आदेशों का पालन कर रहे हैं। लेकिन जब बात सत्ता में बैठे खुद नेताओं की आए तो शायद ये आदेश लागू नहीं होते। ऐसा हम यूं ही नहीं कह रहे बल्कि आपको तस्वीरों के माध्यम से दिखा कर कह रहे हैं।

दरअसल, मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंडी के खलियार में कोविड के मरीजों की देखभाल के लिए बनाए मेकशिफ्ट कोविड अस्पताल को जनता को समर्पित कर दिया। यहां पर 200 बिस्तरों की व्यवस्था है जिनके साथ ऑक्सीजन की सुविधा है। है तो यह अस्थायी अस्पताल मगर इसमें कई सारी आधुनिक सुविधाएं हैं। कल जब इस अस्पताल को को मंडी में लोकार्पित किया गया, तब कोरोना संक्रमण रोकने के लिए लगाई गई पाबंदियां जमकर टूटीं। होना तो यह चाहिए था कि इस अस्पताल को ऑनलाइन लोकार्पित कर दिया जाता। मगर न जाने क्यों सरकार ने मौके पर जाकर इसका उद्घाटन करना जरूरी समझा।

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के अलावा जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल, विधायक कर्नल इंद्र सिंह, राकेश जम्वाल, इंद्र सिंह गांधी, हीरा लाल, जवाहर ठाकुर, विनोद कुमार, प्रकाश राणा और अनिल शर्मा, अध्यक्ष जिला परिषद पाल वर्मा, डीसी मंडी, महापौर नगर निगम मंडी दीपाली जस्वाल  सहित इनके स्टाफ, ड्राइवर और अन्य सुरक्षाकर्मी आदि भी मौजूद रहे। यही नहीं, अंदर जब फैसिलिटी का मुआयना किया गया, तब सामाजिक दूरी की भी धज्जियां उड़ती दिखीं। अफसोस, पत्रकार बंधु भी भारी संख्या में वहां मौजूद थे और उनमें फोटो-वीडियो लेने की जो होड़ मची, उसमें भी नियम टूटते दिखे।

हर व्यक्ति मौके की संवेदनशीलता को समझे, उसे कोरोना की गंभीरता का अहसास हो, यह संभव नहीं। इसलिए तो सरकार को नियम, जुर्माना और दंड लगाने की व्यवस्था करनी पड़ी है। और अगर इन नियमों का पालन करवाना है तो खुद भी नियमों का पालन करना पड़ेगा। ऐसा नहीं हो सकता कि आप खुद कानूनों को ठेंगा दिखाएं और फिर जनता से भावुक अपील करते रहें। इतिहास याद रखेगा कि मुश्किल के दौर में भी कैसे हर बात को इवेंट बनाने की कोशिश की गई थी।

शादियों पर फोड़ा था ठीकरा

याद रहे कि मुख्यमंत्री ने पहले भी कई दफा प्रदेश में हो रही शादियों से कोरोना फैसले की बात कही है। यहां तक वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार भी कोरोना फैलने पर शादियों का हवाला दे चुके हैं। लेकिन अब यहां गैथरिंग देखकर शायद मुख्यमंत्री औऱ वरिष्ठ नेता के मुंह पर भी ताले लग जाएं। और तो और शादियों में भी 20 की गैथरिंग रखी गई थी… लेकिन इस गैथरिंग को देखकर 20 की क्षमता का सवाल नहीं बनता।