कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने वीरभद्र-सुक्खू की लड़ाई को पिता-पुत्र की लड़ाई करार दिया है। हमीरपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि जिस तरह पिता और पुत्र में मनमुटाव होते हैं, वैसे भी इन दोनों के बीच भी ख़टाई रहती है। वीरभद्र सिंह पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और देश भर में उनकी अपनी एक अलग पहचान है। जबकि सुक्खू की नियुक्ति हाईकमान के हाथों में हैं। दोनों ही नेता चुनावों में पार्टी को बल देते हैं और जो कुछ मनमुटाव हैं वो एक परिवार की तरह है।
प्रवक्ता ने कहा कि राफ़ेल पर बीजेपी जो सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की बात कर रही है वो SC का फैसला नहीं है। फैसला आना अभी बाकी है और जो आरोप कांग्रेस ने लगाए हैं वे सब सही हैं। हाल ही 3 राज्यों की जीत ने ये बता दिया है कि बीजेपी के दिन अब ख़त्म होने वाले हैं। कांग्रेस की इस जीत से बीजेपी पूरी तरह बौख़ला चुके हैं।
प्रदेश सरकार भी एक साल पर जश्न मनाने जा रही है, जबकि ये सरकार पूरी तरह फ़ेल हो चुकी है। जयराम सरकार में हमीरपुर में सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। यहां खुद बीजेपी के कार्यकर्ताओं को ही नहीं सुना जा रहा तो आम जनता की कहां सुनी जाएगी।