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शिक्षा का व्यवसायीकरण कर रही जयराम सरकार, 2600 से अधिक स्कूल एक शिक्षक के सहारे: AAP

हिमाचल प्रदेश AAP ने प्रदेश की जयराम सरकार पर हमला बोला। AAP प्रवक्ता पंकज पंडित ने प्रदेश की जयराम सरकार पर शिक्षा का व्यवसायीकरण करने के आरोप लगाए।…

मृत्युंजय पुरी |

हिमाचल प्रदेश AAP ने प्रदेश की जयराम सरकार पर हमला बोला। AAP प्रवक्ता पंकज पंडित ने प्रदेश की जयराम सरकार पर शिक्षा का व्यवसायीकरण करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कभी भी शिक्षा के ढांचे को मजबूत करने का प्रयास नहीं किया। इसी का परिणाम है कि आज हिमाचल प्रदेश में लगभग करीब 2600 से अधिक स्कूल एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम के गृह जिला में ही 543 स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक है। वर्तमान में इसी शैक्षणिक सत्र में प्रदेश के 153 स्कूलों पर ताले लटकेंगे क्योंकि इन स्कूलों में एक भी छात्र दाखिल नहीं हुआ है।

AAP ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में सरकारी स्कूलों के ये हालता इसी सरकार की वजह से बने है। क्योंकि मौजूदा सरकार हमारे शिक्षा के ढांचे को इतना कमजोर करना चाहती है कि आम आदमी इस और रुख न करे। इसी के चलते प्रदेश में निजी स्कूल तरक्की करते जा रहे हैं। नादौन में एक स्कूल में दिव्यांग छात्रों एडमीशन नहीं दी जा रही। ये अन्याय इसी सरकार के चलते हो रहा कि दिव्यांग बच्चों को एडमीशन तक नहीं दी जा रही।

उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश का कांगड़ा जिला प्रदेश का एकमात्र ऐसा जिला है जहां शिक्षा के नाम पर राजनीति होती है। हिमाचल प्रदेश में एक ही दिन तीन शिक्षण संस्थानों की नोटिफिकेशन जारी हुई थी। इसमें से एक IIT मंडी, दूसरा मंडी नेरचौक कॉलेज और तीसरी सेंटर यूनिवर्सिटी धर्मशाला। लेकिन आज IIT मंडी का भवन तैयार है। नेरचौक मेडिकल कॉलेज में भी कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। लेकिन इसे कांगड़ा का दुर्भाग्य ही कहेंगे की अभी तक कांगड़ा में सेंटर यूनिवर्सिटी का निर्माण नहीं हो पाया। सेंटर यूनिवर्सिटी के नाम पर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही हैं। इसी के चलते इसको कभी देहरा कभी धर्मशाला तो कभी शाहपुर में बनाने की राजनीति हो रही है। लेकिन AAP इस सब का विरोध करती है क्योंकि आम आदमी पार्टी का मुख्य मकसद ही शिक्षा और स्वास्थ्य है। जानबूझकर ऐसे हालात बनाए जा रहे हैं कि लोग सरकारी स्कूलों को छोड़कर निजी स्कूलों का रुख करें। निजी स्कूलों में बढ़ती फीस को लेकर लोगों ने इतने प्रदर्शन किए लेकिन इस सरकार ने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया।

उन्होंने कहा कि AAP ने निजी स्कूलों के खिलाफ दिल्ली में भी कदम उठाया। अब पंजाब में भी कदम उठाया जा रहा है लेकिन दिल्ली देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां इस बार सरकारी स्कूलों में 4 लाख एडमीशन बढ़ी हैं। बच्चे निजी स्कूलों को छोड़कर सरकारी स्कूलों का रुख कर रहे हैं। क्योंकि वहां हमने स्कूलों ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मुहैया करवाई हैं।

उन्होंने कहा कि जयराम सरकार रैलियों वाली सरकार है, लोगों को गुमराह करने वाली सरकार है। अब ये रोजी रोटी तो छीन चुकी है। लेकिन अब क्या गरीब बच्चों के हाथ से किताब भी छीनना चाहती है। प्रदेश सरकार इसका जवाब दे।