बिलासपर में पीएम मोदी के हाथों एम्स का शिलान्यास करवाने की बात करके नड्डा मास्टर स्ट्रोक खेलते हुए न सिर्फ विपक्ष बल्कि अपने अन्य विरोधियों को भी चित कर दिया है। एम्स को लेकर काफी समय से खींचतान चल रही थी। इसके लिए न सिर्फ विरोधी पार्टी बल्कि अपनी ही पार्टी में भी नेताओं में खींचतान चल रही थी। नड्डा के इस दांव से उन्होंने विरोधी खेमे को बैकफुट पर ला दिया है।
गौरतलब है कि एम्स को लेकर बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के बीच काफी बयानबाजी हुई है। पहले चर्चा थी कि पीएम मोदी 10 सितंबर को एम्स का शिलान्यास करने के लिए हिमाचल आ रहे हैं, लेकिन नड्डा ने कार्यक्रम पर अनभिज्ञता जताई थी। नड्डा ने कहा था कि एम्स कहां खुलेगा अभी यह तय नहीं है। इसके बाद राजनीति गर्मा गई थी, विपक्ष ने इस मुद्दे पर बीजेपी को खूब घेरा था। विपक्ष ही नहीं बल्कि बीजेपी के सांसद अनुराग ठाकुर ने भी इस पर कहा था कि एम्स को लाने और ले जाने में नड्डा का कोई योगदान नहीं होगा।
नड्डा जबरदस्त सियासी दांव खेलते हुए एम्स की शिलान्यास की घोषणा करके एक ही बार में सबके मुंह बंद करवा दिए। नड्डा ने एम्स की सारी औपचारिकताओं को पूरा करवाकर पीएम का कार्यक्रम भी फाइनल करवा दिया और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी। नड्डा ने चुनाव से पहले कार्यक्रम तय करवा यह बता दिया है कि केंद्र में विरोधियों की बजाय उनकी पकड़ मजबूत है।
नड्डा के इस मास्टर स्ट्रोक का अब अनुराग और विरोधियों के पास कोई तोड़ नहीं है। इसलिए अनुराग ठाकुर अब नड्डा और पीएम का एम्स के लिए आभार जता रहे हैं। जो भी कम से कम यह तो तय हो गया कि अब एम्स बिलासपुर में ही बनेगा।