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कुलदीप राठौर का जयराम सरकार पर चौतरफा वार

जसबीर कुमार |

हमीरपुर दौरे पर पहुंचे हिमाचल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा। राठौर ने कहा कि सरकार की नीतियों में बहुत अधिक विरोधाभास है। एक तरफ सरकार कोरोना का बहाना लगाकर उपचुनाव टाल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ जनमंच कार्यक्रम शुरू किए जा रहे हैं, स्वर्णिम रथ यात्रा की तैयारी की जा रही है। इससे सरकार की नीतियों में विरोधाभास साफ तौर पर नजर आ रहा है। राठौर ने कहा कि प्रदेश का हर वर्ग सरकार से परेशान है। कांग्रेस की एकजुटता से चारों सीटों पर विजय तय थी। इसलिए हार को सामने देख सरकार ने जानबूझकर चुनावों को टाला है।

अडानी से बात करने में घबरा रही सरकार

प्रदेश में सेब की गिरती कीमतों को लेकर राठौर ने कहा कि सेब बागवानों का सरेआम शोषण हो रहा है। सरकार की शय में अदानी सेब बागवानों को लूटने में लगे हुए हैं। बागवानों को अच्छे दाम देने के वायदों को भूलाकर अब मनमानी की जा रही है। हाल में सेब के तय दाम पिछले साल से भी बहुत कम हैं जिससे बागवान काफी चिंतित हैं। राठौर ने शक जाहिर करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार अडानी से बात करते हुए घबरा रही है।

टीकाकरण पर अधूरे आंकड़े दे रही सरकार

वहीं, प्रदेश में टीकाकरण के आंकड़ों पर शक जाहिर करते हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने आधे अधूरे आंकड़े प्रस्तुत किए हैं। सरकार को टीकाकरण को लेकर सही आंकड़े प्रस्तुत करने चाहिए। जहां तक मुझे जानकारी है प्रदेश में अभी भी बहुत सारे लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज भी नहीं मिल पाई है। पीएम मोदी ने जल्दबाजी करते हुए आधी अधूरी बधाई दी है। अच्छा होता अगर पीएम दूसरी डोज लगने के बाद मुख्यमंत्री को बधाई देते क्योंकि अभी तो बहुत से लोगों को पहली डोज भी नहीं लग पाई है।

कांगडा में पूर्व विधायक जगजीवन पाल के थप्पड मामले पर मुख्यमंत्री के बयानों पर पलटवार करते हुए राठौर ने कहा कि सरकारी कामों में बाधा डालने पर कानूनी कार्रवाई होती है। यदि कोई बाधा डालता भी है तो ये कहां का नियम है कि उसकी पिटाई की जाए। जगजीवन पाल क्षेत्र के पूर्व विधायक हैं अगर कोई विवाद था तो दोनों पक्षों को बैठकर सुलझाना चाहिए था। लोकतंत्र में ये कभी नहीं होता कि अगर आप किसी से सहमत नहीं है तो उसकी पिटाई की जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि वह स्पष्ट करें कि जगजीवन पाल पर हुए हमले का वे समर्थन करते हैं या विरोध।