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मंडी: पंडित सुखराम की अंतिम अभिलाषा, पोता बने सांसद, बेटा लड़े 2022 को विधानसभा चुनाव

बीरबल शर्मा |

उम्र के आखिरी पड़ाव पर पहुंचे संचार क्रांति के मसीहा माने जाने वाले पंडित सुखराम ने एक बार फिर से अपनी अंतिम अभिलाषा का प्रकट कर दी है। नगर निगम चुनावों के लिए बुधवार को समर्थकों के सहारे से मतदान केंद्र तक पहुंचे पंडित सुख राम से जब मीडिया ने चुनाव को लेकर सवाल किए जो उन्होंने अपनी लड़खड़ाती आवाज में इतना ही कहा कि उनकी अंतिम अभिलाषा यही है कि उनका पोता आश्रय शर्मा लोकसभा का चुनाव लड़े और संसद में पहुंचे जबकि उनका बेटा अनिल शर्मा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में यहां से उम्मीदवार हो व चुनाव लड़े। 

वह एक तरह से अपने समर्थकों व कांग्रेस पार्टी हाईकमान को को यह साफ संदेश देना चाह रहे थे कि कांग्रेस उनके पोते को आने वाले लोकसभा उपचुनाव में मंडी से उम्मीदवार बनाए और विधानसभा चुनावों में अनिल शर्मा को टिकट दे। घर से बाहर अब बहुत कम निकलने वाले 94 साल के पंडित सुखराम ने अंतिम दिन अपने वार्ड में एक दो जगह जाकर प्रचार भी किया तथा अपने घर से भी विडियो संदेश जारी करके कांग्रेस के उम्मीदवारों को जिताने की अपील की थी। 

ऐसे में यह साफ है कि उनका परिवार अब कांग्रेस के साथ ही चलेगा। भाजपा में रहना तो अनिल शर्मा की मजबूरी है क्योंकि यदि वह स्वयं विधायकी छोड़ते हैं तो उपचुनाव का सामना करना पड़ेगा और यदि भाजपा उन्हें निकालती है तो वह आजाद विधायक के तौर पर पूरे कार्यकाल तक बने रहेंगे। ऐसे में भाजपा शायद ही उन्हें पार्टी से निकालने का जोखिम उठाए क्योंकि उपचुनाव कोई नहीं चाहता।