चलो गांव की और मेरा गांव मेरा विकास हर गांव की अपनी विकास की कहानी जनसंपर्क अभियान के दूसरे चरण के तहत पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता चौधरी सुरेंद्र काकू बुधवार को जन्यांकड़ा गांव पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में धरातल पर विकास किया जा रहा है। हर गांव के अंदर विकास की सच्चाई की बातें की जा रही हैं। झूठों का बोल बाला व झूठी डीपीआर का बोल बाला बंद हो चुका है।
वहीं, कांगड़ा विस क्षेत्र के मौजूदा विधायक पवन काजल पर हमला बोलते हुए काकू ने कहा कि मौजूदा विधायक ने पिछेल 5 सालों के दौरान केवल झूठी डीपीआर बनाकर जनता को ठगा है। वे पिछले 5 साल से केवल झूठी डीपीआर और विधायक प्राथमिकता का ढिंढोरा पीट रहे हैं । विधायक को कान खोलकर सुन लेना चाहिए कि मैं भी विधायक रहा हूं। मैनें अपने कार्यकाल में डीपीआर बनवाई विधायक प्राथमिकताएं करवाई लिखवाई उनका पैसा लाया और काम शुरू करवाया। मैंने कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में बिना बजट के शिलान्यास नहीं किए न बिना बजट के कोई उद्घाटन किए। न ही मैंने वोट लेने के लिए जनता को बेवकूफ बनाया। मैं भी विधायक रहा हूं उच्च ओहदों पर जिम्मेदारी से काम किया है। मैं जनता का सेवक बनकर रहा हूं और अब भी जनता की सेवा कर रहा हूं।
सुरेंद्र काकू ने आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक अपने पद का गलत दुरुपयोग कर रहे हैं। जनता व सरकारी अधिकारियों कर्मचारियों को डराना धमकाना तुम्हारा काम है तुम हमें जितनी मर्जी गालियां निकालो, जितना मर्जी तानाशाही कह लो हम डरने वाले नहीं। हम जनता की सेवा कर रहे हैं और करते रहेंगे। स्वर्गीय चौधरी हरी राम से लेकर मेरे तक या बाद में जितने भी विधायक बने उन सबका कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में जनता के विकास में देन व सहयोग रहा है। लेकिन एक ऐसे विधायक का कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में कोई भी देन नहीं है। तुम्हारे पिछले 5 साल में कोई भी नई सड़क, पुल, स्कूल, हॉस्पिटल, कॉलेज बिल्डिंग, पानी पीने की योजनाएं, सिंचाई योजनाएं, महिला मंडल, पंचायत घर नहीं बने । किसी किसान को बैंक खातों में पैसा नहीं गया। केंद्र योजना मनरेगा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजा गया समान अपने निजी होटल में ले गए और बताया कि मैंने निजी पैसे से खरीदा दस दस हजार रुपए ठाकुर जय राम सरकार ने महिला मंडलो को प्रतोसाहन के लिए पैसा दे रहे हैं।
काकू ने कहा कि विधायक महिला मंडलों को अपनी मंडली द्वारा सूचित करवाते हैं की मेरे चार मंजिला होटल मैं आओ और चेक ले जाओ। चेक देने के बजाए उनके हाथों में अपने नाम का पत्र थमा देते हैं। यह दर्शाया जाता है कि में अपनी जेब से दे रहा हूं। महिला मंडलों की महिलाओं का कहना है की हमे बेवकूफ बनाया जाता है। हमारा समय बर्बाद किया जाता है। जब महिलामंडलो का पैसा सीधा पंचायतों में आता है तो महिलाएं कहती हैं की विधायक अपने चार मंजिला होटल में क्यों चक्कर कटवाते हैं। पैसा तो जयराम सरकार सीधा पंचायतों के खातों में डालती है।
जनता विधायक से पूछती है की 14 करोड़ रुपए विधायक निधि मिली कंहा चली गई। जनता के बराबर पूछने पर विधायक पवन काजल चुपी साधे रहते हैं। कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र में हमारे विकास के रास्ते नहीं रोक सकते। जितनी मर्जी तानाशाही विधायक कर लें हम जनता के हितों के विकास के रास्ते निकालते व जनता के लिए तानाशाही से टकराते रहेंगे हम जनता के सेवक बन कर रहेंगे।