सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के खिलाफ एक सोची समझी राजनीतिक रणनीति के तहत ED कार्यवाही ने इस स्वायत्त संस्था की स्वायत्तता पर ही गम्भीर सवाल पैदा कर दिए हैं. कांग्रेस प्रवक्ता प्रेम कौशल ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को एक मज़बूत हथियार के रूप में जिन नेताओं और जिस सरकार ने ED जैसी ताकतबर संस्था का गठन किया. आज उन्हीं नेताओं को राजनीतिक ऐजेंडे के तहत कठपुतली की तरह उसका इस्तेमाल कर बदनाम करने की साज़िश रची जा रही है.
वहीं, प्रेम कौशल कहा कि भाजपा सरकार के मंत्रियों के बयानों से ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे वह ED के प्रवक्ता के तौर पर बोल रहे हों. कांग्रेस पार्टी देश के संविधान और स्थापित कानूनी प्रक्रिया का पूरा सम्मान करती है. सोनिया और राहुल के खिलाफ ED की कार्यवाही राजनीति से प्रेरित है. इसलिए जहां पार्टी के दोनों नेता कानूनी प्रक्रिया में शालीनता से भाग ले रहे हैं. वहीं पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इस तानाशाही के खिलाफ सत्याग्रह का मार्ग अपना कर इसका राजनीतिक प्रति उत्तर देने का कार्य भी कर रहे हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि ED की कार्यवाही गुजरात तथा हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा की निश्चित पराजय को देखते हुए मेंहगाई, बेरोजगारी और अग्निपथ जैसी युवा विरोधी नीतियों से जनता का ध्यान हटाने एवं कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने की मंशा से की जा रही है जिसमें भाजपा कामयाब नहीं होगी.