हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र का तीसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ गया। कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा की मांग पर विपक्षी दल भाजपा के हंगामे के कारण हिमाचल विधानसभा में गतिरोध गुरुवार को भी कायम रहा। हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। इस तरह मानसून सत्र की लगातार तीसरी बैठक आज हंगामे की भेंट चढ़ गई और प्रश्नकाल नहीं हो सका। कल यानी शुक्रवार को मानसून सत्र का आखिरी दिन है। विपक्षी सदस्यों ने आज विधानसभा अध्यक्ष बृज बिहारी लाल बुटेल की घेराबंदी करते हुए उन पर नियमों की अनदेखी का आरोप लगाया।
सदन की बैठक सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई। विधानसभा अध्यक्ष बुटेल की अनुमति पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मंडी जिले के धर्मपुर में एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर बयान पढ़ना शुरू किया, जिस पर समूचा विपक्ष उखड़ गया और हंगामा करने लगा। बाद में भारी शोरगुल के बीच संसदीय कार्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बयान पढ़ते हुए सदन को अवगत करवाया कि इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
धूमल बोले विधानसभा अध्यक्ष उड़ा रहे नियमों की धज्जियां
विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल ने विधानसभा अध्यक्ष से पूछा कि वह प्रश्नकाल से पहले किस नियम पर मुख्यमंत्री को सदन में बयान देने की अनुमति दे रहे हैं ? लगातार तीन दिनों से नियम-67 के तहत कानून-व्यवस्था पर चर्चा की विपक्ष की मांग नकारी जा रही है। धूमल ने कहा कि सदन नियमों से चलता है, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष स्वयं नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष बुटेल ने कहा कि नियमों के तहत ही उन्होंने सत्तापक्ष बयान पढ़ने की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि सदन में सरकार किसी भी अपना पक्ष रख सकती है।
जयराम ठाकुर ने होशियार सिंह पर मांगी चर्चा
भाजपा विधायक महेंद्र सिंह ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर में एक अनुसूचित जाति की एक नाबालिग लड़की का अपहरण कर सामूहिक बलात्कार किया गया। पूरे प्रदेश में इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, जिससे स्पष्ट है कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा चुकी है और सदन में इस पर चर्चा होनी चाहिए। बीजेपी के जयराम ठाकुर ने वनरक्षक होशियार सिंह की मौत के मामले का उल्लेख करते हुए विधानसभा अध्यक्ष से चर्चा करवाने की मांग की।
करीब पौने घंटे तक विपक्ष कानून-व्यवस्था पर चर्चा पर अड़ा रहा
कानून-व्यवस्था पर चर्चा की मांग पर करीब पौने घंटे तक विपक्षी सदस्य विधानसभा अध्यक्ष बुटेल से कानून-व्यवस्था पर चर्चा की अनुमति देने पर अड़े रहे। हंगामा बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष ने 11 बजकर 45 मिनट पर सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। लेकिन, जैसे ही 12 बजे से सदन की कार्यवाही दोवारा से शुरु हुई विपक्ष फिर नियम 67 की मांग पर अड़ गया ओर हंगामा करने लगा। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही कल शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।