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मॉनसून सत्र: नियम 62 के तहत सदन में उठे कई मु्द्दे, सरकार ने दिए संतुष्ट जवाब

पी. चंद |

सदन में नियम 62 के अंतर्गत पराला में दिल का दौरा पड़ने के बाद ट्रैफिक जाम में फंसे बागवान की मौत का मामला चौपाल के विधायक बलवीर वर्मा ने उठाया औऱ जाम की समस्या से निपटने के लिए कार्ययोजना बनाने की मांग उठाई। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने जवाब देते हुए बताया कि सेब सीजन में जब बागवानों के सेब सड़कों के किनारे लगते है तो जाम लगता है।

ये भी माना गया कि सड़क के दोनों तरफ गाड़ियां खड़ी होने से जाम लगा था। अब सिर्फ पार्किंग पर ही बागवानों को गाड़ी लगाने के इज़ाज़त होगी। 35 जवान उस जगह तैनात किए गए है साथ ही एक ड्रोन भी नज़र रखेगा। ताकि ट्रेफिक जाम न लगे। 2 अगस्त को ट्रैफिक में फंसने से मौत हुई। कुलदीप 1 अगस्त को पराला मंडी सेब लेकर आया था। 2 अगस्त को कुलदीप कुमार बेहोश हुए उसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया जहां कुलदीप को मृत घोषित किया गया। मृतक की मौत ह्रदय घात से होना पाई गई है।

मुख्यमंत्री के जवाब के बाद विक्रमादित्य सिंह ने नियम 62 के तहत टूटू में सब्ज़ी मंडी न होने से उतपन्न स्थिति की ओर ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री का ध्यान आकर्षित किया। विक्रमादित्य सिंह ने बताया कि 25-30 लाख इस सब्ज़ी मंडी में बर्बाद हो चुका है। कुछ पेचीदगियां है जिनको सरकार दूर करे।

जवाब में पंचायती राज मंत्री वीरेन्द्र कंवर ने बताया कि 14.52 बीघा जमीन पर सब्ज़ी मंडी बननी थी जिसका शिलान्यास 2014 में हुआ जबकि 2018 में FCA क्लीयरेन्स हुई। ठेकेदार ने काम नोटिस देने के बावजूद पूरा नहीं किया। इस जगह पर एसजेवीएन के ढारे है जो कोर्ट चले गए है। 13.24 हेक्टेयर पर एसजेवीएन कब्जा है जबकि 2 बीघा में गौसदन वाले का कब्जा है। क्योंकि मामला कोर्ट में विचाराधीन है इसलिए जब तक कोई फैसला नहीं आता तब तक कार्य को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा।