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व्यक्ति कितना भी बड़ा हो लेकिन संगठन से बड़ा नहीं हो सकता: धूमल

पी. चंद |

बीजेपी की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति बैठक के पहले दिन के प्रथम सत्र में पूर्व मंख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भाजपा के इतिहास विकास विषय पर कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आज विश्व गुरू बनने की ओर अग्रसर है। उन्होनें जोर देते हुए कहा कि जो समाज, राष्ट्र और संगठन को अपने इतिहास को भूला देता है वह विकास की राह पर अग्रसर नहीं हो सकता। धूमल ने कहा कि व्यक्ति कितना भी बड़ा हो लेकिन संगठन से बड़ा नहीं हो सकता। उन्होनें कहा कि भारतीय जनता पार्टी 2 सांसदों से शुरू हुई पार्टी आज 303 सांसद तक पहुंच चुकी है। पार्टी के विकास को तीन चरणों में विभाजित किया जा सकता है। प्रथम चरण में जनसंघ के रूप में, दूसरे चरण में 1977 से 2014 तक और 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एकल बहुमत वाली पार्टी के रूप में। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक राष्ट्रवादी राजनीतिक दल है जो भारत को एक सुदृढ़, समृद्ध एवं शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित करने के लिए कृत संकल्प है। देश विभाजन के बाद की परिस्थितियों में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के तुष्टिकरण की नीति के कारण उपजे राजनीतिक माहौल में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इस्तीफा दिया था। तदोपरांत डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जनसंघ के गठन की प्रक्रिया शुरू की। यह प्रक्रिया मई 1951 से शुरू होकर 21 अक्तूबर, 1951 को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अध्यक्षता में भारतीय जनसंघ के गठन के साथ पूरी हुई। 

उन्होनें कहा कि प्रथम आम चुनाव में जनसंघ का वोट प्रतिशत 3 प्रतिशत रहा और 3 सांसद चुनकर आए। इसी संसद में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नेतृत्व में नेशनल डैमोक्रेटिक फ्रंट का गठन हुआ। धूमल ने आगे कहा कि समय के साथ और कार्यकर्ताओं के संघर्ष से हमारा संगठन भी दिन-रात आगे बढ़ता गया। उन्होनें कार्यकर्ताओं को याद दिलाया कि किस प्रकार जम्मू कश्मीर के एकीकरण के लिए सत्याग्रह शुरू किया गया था और 11 मई, 1953 को श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने इस सत्याग्रह के तहत बिना परमिट जम्मू कश्मीर में प्रवेश किया और उन्हें वहां गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्हें श्रीनगर ले जाया गया जहां उन्होनें 23 जून 1953 को शहादत प्राप्त किया। 

धूमल ने कहा कि पांच प्रतिबद्धताओं के साथ भारत को एक समर्थ राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई। पार्टी का शुरूआती दौर संघर्षपूर्ण रहा परन्तु हमारे नेताओं व कार्यकर्ताओं ने अपना संघर्ष जारी रखा। वर्ष 1996, 1998 और 1999 में लोकसभा चुनाव हुए और भारतीय जनता पार्टी एकल पार्टी के रूप में उभरी। श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी 13 दिनों तक प्रधानमंत्री रहे, फिर 13 महीने और उसके बाद साढ़े चार साल तक प्रधानमंत्री रहे। यह न केवल भाजपा बल्कि राजग का शासन था। भाजपानीत राजग सरकार ने श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नेतृत्व में विकास के अनेक आयाम स्थापित किए। पोखरण परमाणु विस्फोट, मिसाइलों सफल प्रक्षेपण, कारगिल विजय जैसी सफलताओं से भारत का कद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऊंचा हुआ। 

उन्होंने कहा कि आज भाजपा देश में एक प्रमुख राष्ट्रवादी शक्ति के रूप में उभर चुकी है एवं देश के सुशासन, विकास, एकता एवं अखण्डता के लिए कृत संकल्प है। उन्होनें कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने कम समय में ही अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल है। उन्होनें विश्व में भारत की गरिमा को पुनः स्थापित किया, राजनीति पर लोगों के विश्वास को फिर से स्थापित किया। अनेक अभिनव योजनाओं से नए युग की शुरूआत की। अंत्योदय, सुशासन, विकास एवं समृद्धि के रास्ते पर देश बढ़ चला है। आर्थिक और सामाजिक सुधार, सुरक्षित जीवन जीने का मार्ग उपलब्ध करवा रहे हैं।