देश में सियासत ऐसे लेवल पर ही रही है कि राजनीतिक जोड़तोड़ की रेस में कौन सा घोड़ा कब पाला बदल ले इसकी भविष्यवाणी नहीं की जा सकती. सिवाय इसके कि हर बार सियासत के रेस में अधिकांश घोड़े कांग्रेस और इसके सहयोगी दलों के ही बदल रहे हैं. महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में अब सियासी भूचाल आ गया है.
रविवार को कांग्रेस के 11 में से 5 विधायक लापता हो गए. बाद में जानकारी आई कि मसला पार्टी में टूट का है. आनन-फानन में कांग्रेस ने माहौल हैंडल करने की कोशिश की लेकिन तब तक बड़ा खेल हो चुका था. लिहाजा, पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल रहने के आरोप में कांग्रेस ने माइकल लोबो और दिगंबर कामत को पार्टी से बाहर निकल दिया.
आपको बता दें कि कांग्रेस से निष्कासित माइकल लोबो गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं और दिगंबर कामत पूर्व मुख्य मंत्री. रविवार को कांग्रेस की तरफ से आरोप लगाया गया कि माइकल लोबो और दिगंबर कामत BJP के साथ मिलकर पार्टी के खिलाफ साजिश रच रहे हैं. इस घटना ने राजनीतिक सनसनी रविवार को शाम होते-होते पैदा कर दी. हैरानी ये थी कि जिन कंधों पर पार्टी की जिम्मेदारी थी उन्हीं पर पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने का आरोप लगा.
गौरतलब है कि आज (सोमवार) को गोवा विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है और कांग्रेस के 5 विधायक अभी भी लापता हैं. खबर लिखे जाने तक सबकी नजर इस बात पे है कि सत्र के दौरान कांग्रेस के लापता 5 विधायक बैठते किस तरफ हैं. हालांकि, बिगड़ी हुई स्थिति को संभालने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने मुकुल वासनिक को गोवा भेजा हुआ है.
वैसे कांग्रेस के विधायकों और नेताओं का बीजेपी में जाने की खबरें आए दिन सुर्खियां बन रही हैं. अभी, शनिवार को हो कुलदीप बिश्नोई के BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा से मुलाकात चर्चा में रही. बिश्नोई ने पहले ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कांग्रेस के नेताओं की तस्वीर हटा दी थी. बहरहाल, फिलहाल गोवा की घटना पर अब सबकी नजर है. अगर वाकई में 5 विधायक पाला बदलते हैं तो गोवा से भी कांग्रेस के पैर पूरी तरह उखड़ने तय माने जा रहे हैं.