Follow Us:

शिमला से PM ने जारी की किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त, CM जयराम की पीठ भी थपथपा गए

केन्द्र सरकार ने आठ साल के जश्न को मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को चुना. मंगलवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री माल रोड़ पर पहुंचे. जहं रोड़ शो के दौरान मोदी गाड़ी से उतर कर लोगों से मिलने लगे…

पी.चंद |

केन्द्र सरकार ने आठ साल के जश्न को मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को चुना. मंगलवार सुबह 11 बजे प्रधानमंत्री माल रोड़ पर पहुंचे. जहं रोड़ शो के दौरान मोदी गाड़ी से उतर कर लोगों से मिलने लगे. फूलों की वर्षा के बीच मोदी शिमला के एतिहासिक रिज मैदान में पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री को कुल्लू टोपी और शॉल भेंट की साथ ही शिमला स्थित भीमाकाली मंदिर का चित्र भी भेंट किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिमला से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त भी जारी की. जिसके तहत 21 हजार करोड़ की किस्त का लाभ सीधे 10 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा. पीएम मोदी मुख्यमंत्री के भाषण के बाद जयराम ठाकुर की पीठ भी थपथपा गए.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा की प्रधानमंत्री जितना स्नेह यहां के लोगों से रखते हैं उतना स्नेह लोग भी पीएम से रखते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा की बदलाव का जो रिवाज अन्य राज्यों में बदला है इस बार हिमाचल में भी बदल जायेगा और हिमाचल भाजपा सरकार ही रिपीट करेगी. सीएम ने एम्स, रोहतांग टनल, तीन मेडिकल कॉलेज का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मोदी की जमकर तारीफ़ की. इसके बाद केन्द्र सरकार की योजनाओं वाली फिल्म भी दिखाई गई. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने लदाख, बिहार, त्रिपुरा, कर्नाटक, गुजरात सहित हिमाचल के लाभार्थियों से भी बातचीत की.

वहीं, अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि आज मेरे जीवन में एक विशेष दिवस भी है. आप इतनी बड़ी तादाद में हमें आशिर्वाद देने आए मैं आपका बहुत आभार व्यक्त करता हूं. अभी देश के करोड़ों किसानों को किसान सम्मान निधि का पैसा उनके खाते में ट्रांसफर हो गया. ये किसान हिमाचल को याद करेंगे, देवभूमि को याद करेंगे. पीएम ने आगे कहा, ये कार्यक्रम शिमला में है लेकिन इसको पूरा देश देख रहा है.

पीएम ने कहा, मैंने कोरोना काल में अनाथ बच्चों को आर्थिक मदद की इससे मन को बड़ा सुकून मिला. 8 साल के काम का कार्यक्रम शिमला होना मेरे लिए गर्व की बात है. 130 करोड़ भारतीय के सेवक के तौर पर काम करने का मुझे आपने सौभाग्य दिया इसका आभार व्यक्त करता हूं. अगर आज मैं कुछ कर पाता हूं, दिन रात दौड़ पाता हूं तो ये मच सोचना कि ये मोदी करता है ये देशवासियों की ताकत की बदौलत हो रहा है.

पीएम ने कहा मुझे नहीं लगता कि मैं प्रधानमंत्री हूं, जब मैं फाइल में साइन करता हूं तो एक जिम्मेदारी मिलती है. आज हमारी सरकार 8 साल पूरे कर रही है तो मैं देवभूमि को प्रणाम करता हूं. भारत की युवा शक्ति, भारत की नारी शक्ति को देखते हुआ मैं आपके बीच आया हूं. ये याद रखना होता है कि हम चले कहां से और आए कहां से. उन दिनों को भूलना मत साथियों तभी आज की परिस्थितियों का मूल्य समझ आएगा.

पीएम मोदी पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, 2014 से पहले हेडलाइन बनी रहती थी, सुर्खियां बनी रहती थी. उस वक्त बात होती थी लूटपाट की, बात होती थी घोटालों की. आज चर्चा होती है सरकारी योजनाओं के लाभ की. आज बात होती है भ्रष्टाचार पर नकेल कसने की. 2104 के पहले सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने के बजाय घुटने टेकती थी. लेकिन आज चर्चा जन धन से मिलने वाले लाभ की हो रही है. पहले रसोई में धुआं सेहने की मजबूरी थी. आज सिलेंडर से खाना बनाया जा रहा है.

पहले इलाज के लिए परेशानी थी आज आयुष्मान योजना से इलाज हो रहा है. पहले बॉर्डर खतरे में थे आज सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से सीमा की सुरक्षा हो रही है. आज गरीबों के कल्याण के लिए बनी योजनाओं ने समय के मायने बदल दिए हैं. अब वक्त बदल गया, अब सरकार जनता की सेवक है. सरकार जीवन को आसान बनाने का काम कर रही है. आज लोग डबल इंजन की सरकार चुन रहे हैं. हम अक्सर सुनते थे सरकार आती है जाती है हमारी सरकार ने इस सिस्सटम को ही गरीबों के लिए बनाया.

पीएम आवास, स्कॉलरशिप, पेंशन योजना समेत कई योजनाओं ने समस्याओं को खत्म करने का काम किया. जब सेवा, सुशासन गरीब कल्याण का लक्ष्य हो तो इसका एक उदाहरण है डायरेक्ट ट्रांसफर स्कीम. 10 करोड़ से अधिक किसानों के खाते में सीधे 21 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर हो गए हैं. ये हमारे छोटे किसानों की सेवा के लिए हैं. ऐसे ही हमने डीबीटी के जरिए 22 लाख करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में ट्रांसफर किए हैं. पहले 100 पैसे में 85 पैसे लापता हो जाते थे. अब पूरे के पूरे पैसे लाभार्थियों के खाते में जा रहे हैं. पहले पैसे दलालों और बिचौलियों के हाथों में चले जाते थे.विभिन्न योजनाओं का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने हिमाचल के किसानों बागवानों, हिमाचल के हस्तशिल्प व वीरभूमि के लिए मिलने वाले लाभों की भी बात कही.