फतेहपुर उपचुनाव में भाजपा के बीच अंतर्कलह इतनी बढ़ चुकी है कि कोई भी नेता कार्यकर्ता बजाय खुलकर बयान देने के पोस्टर वार से निशाना साध रहा हैं। अब फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के पोस्टर पेड़ों से बंधे पाए गए हैं। अब इसे भाजपा के प्रचार का नया तरीका कहें या फिर किसी शरारती तत्व की हिमाकत। लेकिन देश के प्रधानमंत्री को इस तरह से पेड़ों से बांधना कहीं न कहीं राजनीति के निम्न स्तर को जरूर दर्शाता है।
वहीं, नेताओं के पोस्टरों को इस तरह से पेड़ों को बांधे जाने पर भाजपा प्रत्याशी बलदेव ठाकुर ने इसे शरारती तत्वों का घटिया कारनामा करार दिया है। इस कारनामें को कांग्रेस प्रत्याशी भवानी पठानिया ने इसे भाजपा की आपसी फूट का नतीजा बताया है।
बता दें जब विधानसभा फतेहपुर में कृपाल परमार टिकट की दौड़ में सबसे आगे थे तब चक्की पार के पोस्टर लगे थे । तो वहीं जब कृपाल परमार की जगह बलदेव ठाकुर को भाजपा की टिकट दी गई तो ज्वाली पार के पोस्टरों से क्षेत्र गुलजार हो गया । अब जब उपचुनाव का समय नजदीक है तो केंद्रीय आला नेताओं के पोस्टर पेड़ों से बांधे पाए गए हैं । तस्वीरों को गौर से देखें तो ये कारनामा किसी शरारती तत्व का ही लगता है कि ये किसी रस्सी ये धागे से नहीं भाजपा के पार्टी पटकों से बांधे गए हैं।