जोगिंद्र नगर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक प्रकाश राणा ने भारतीय जनता पार्टी में आते ही बीजेपी के मंडलाध्यक्ष पंकज जम्वाल और उनके पिता कर्नल जम्वाल पर निशाना साधा है। अपने स्वागत में हुए समारोह के फेसबुक लाइव में एक व्यक्ति द्वारा की गई टिप्पणी के जवाब में प्रकाश राणा ने जो लिखा, उससे वह आलोचनाओं के केंद्र में आ गए हैं।
मंडलाध्यक्ष पंकज जम्वाल पिछली बार से ही भाजपा के टिकट के दावेदार रहे हैं लेकिन माना जा रहा है कि प्रकाश राणा के भाजपा में शामिल हो जाने के बाद उन्हें टिकट मिलने की संभावनाएं कमजोर हो गई हैं। प्रकाश राणा के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर हुए लाइव में एक व्यक्ति ने कॉमेंट किया कि पंकज जम्वाल का कैरियर भी कर्नल जम्वाल की तरह खत्म हो गया।
इस पर प्रकाश राणा ने रिप्लाई किया, “राज योग सबके भाग्य में नहीं होता। जब कर्नल जम्वाल जी थे तो हमने भी बड़े नारे लगाए लेकिन उनके भाग्य में राज नहीं था।”
गौरतलब है कि पंकज जम्वाल के पिता कर्नल जम्वाल जोगिंद्र नगर के जाने-माने समाजसेवी और भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं। उन्हें टिकट मिलना और जीतना तय था मगर 2003 में उनकी जगह गुलाब सिंह ठाकुर को टिकट दिया गया जो कांग्रेस से आए थे। हालांकि गुलाब सिंह भी इस चुनाव में अपने भतीजे सुरेंद्र पाल से हार गए थे।
अब प्रकाश राणा की टिप्पणी की कड़ी आलोचना हो रही है क्योंकि वह खुद को जनता का सेवक बताते रहे हैं। लेकिन वह खुद के भाजपा में आने और पहले से पार्टी से जुड़े लोगों की संभावनाएं कमजोर होने को भाग्य और राज योग से जोड़ रहे हैं।
ठाकुर गुलाब सिंह पहले से ही प्रकाश राणा के प्रवेश पर नाखुशी जाहिर कर चुके हैं। अब पार्टी के मंडलाध्यक्ष और उनके पिता कर्नल जम्वाल पर टिप्पणी करना प्रकाश राणा को महंगा पड़ सकता है। दिवंगत कर्नल जम्वाल का नाम आज भी परे क्षेत्र में सम्मान के लिए साथ लिया जाता है। जोगिंदर नगर में कॉलेज खुलवाने, अस्पताल में प्राइवेट वॉर्ड बनवाने से लेकर अनेक सुविधाएं जुटाने में उनका अहम योगदान रहा है। उनके बड़े बेटे अजय जम्वाल इस समय भाजपा के उत्तर पूर्वी राज्यों के प्रभारी हैं।